जब पुलिसकर्मियों ने आरोपी की ट्रॉली बैग की तलाशी ली तो उसके पास से दो हजार रुपए की दर के नोट नजर आए। जब असली नोटों से उसकी तुलना की गई तो ये नोट हलकी गुणवत्ता के नजर आए। छपाई भी घटिया नजर आई। ज्यादातर नोटों के नंबर भी मिलते-जुलते नजर आए। बाद में बैंक अधिकारी और फोरेसिंक साइंस लेबोरेटरी के विशेषज्ञों को बुलाकर उनकी जांच की गई तो नोट जाली पाए गए। बाद में इन दो हजार की दर के जाली नोटों की गिना गया तो वे 7240 पाए गए, जो 1 करोड़ 44 लाख 80 हजाार थे। आरोपी से एक लेपटोप, मोबाइल फओन और नकदी माल जब्त किया गया। आरोपी की निशानदेही पर एक अन्य आरोपी हंसराज भोलाराम लोहार को गिरफ्तार किया गया, जो राजस्थान के जोधपुर का रहनेवाला बताया गया। यह आरोपी नई दिल्ली से विमान के जरिए अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचा था, जिसे वहां से दबोच लिया गया। फिलहाल पश्चिम रेलवे के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के पुलिस निरीक्षक एच.बी. बालिया मामले की तफ्तीश कर रहे हैं। कोरोना टेस्ट कराने के बाद आरोपियों की विधिवत गिरफ्तारी की जाएगी और उनसे पूछताछ होगी।