पाउडर में सोसाबीन का तेल मिलाकर बनाते थे दूध
डेयरी से दूध का पाउडर व सोयाबीन तेल के डिब्बे मिले। प्रारंभिक पूछताछ में जयसुख ने बताया कि पाउडर में सोयाबीन का तेल व पानी मिलाकर दूध तैयार करते और खुद की बेचते थे। जयसुख के मकान से दूध की नौ खाली केन, १८५ किलो पाउडर, सोयाबीन तेल के १५ डिब्बे (प्रत्येक १५ किलो का) एवं मिश्रण से तैयार किया गया नकली ३६० लीटर दूध व ६ खाली डिब्बे, मिक्सर आदि सामान बरामद किया।
इसके बाद टीम जसापर गांव में डेयरी संचालक रमेश फळदू के मकान पर पहुंची, जहां भी अखाद्य दूध बनाने का कारखाना मिला। वहां से बाबूभाई भरवाड़ को गिरफ्तार किया। रमेश की डेयरी से ५०० लीटर अखाद्य दूध व दूध की हेराफेरी के लिए उपयोग लिए जाने वाला ट्रक बरामद किया।
बालकों के लिए खतरनाक : वडालिया
सोयाबीन व पाउडर से तैयार होने वाला नकली दूध यूं तो सभी के लिए हानिकारक है, लेकिन बालक व वृद्धों के लिए ज्यादा हानिकारक है। डीओ पी. के. वाडलिया के अनुसार इस प्रकार खाद्य पदार्थ के साथ अन्य खाद्य की मिलावट की जाती है तो वह छोटे बच्चे व वृद्धों को अधिक इफेक्ट करता है। विशेषकर बालकों को दस्त हो सकते हैं।