दोशी ने सरकारी आदेशों का हवाला देते कहा कि किसान, कृषि और गांव विरोधी नीति के चलते ही किसान मजबूर बन रहे हैं और भाजपा के चेहते मजबूत बन रहे हैं। 54.48 लाख किसानों को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाला आदेश ‘िकसान सत्यता प्रमाणपत्र के लिए प्रत्येक आवेदन के लिए दो हजार रुपए जिला ‘ई-धराफंडÓ जमा कराना होगा। भाजपा सरकार किसान सत्यता के लिए 110 करोड़ रुपए और उनके परिजनों से 550 करोड़ रुपए वसूलेगी। यह कहां तक उचित नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि 18 से ज्यादा तहसीलों में किसान बारिश से प्रभावित हुए हैं, लेकिन राज्य सरकार ने उन प्रभावितों को मुआवाज भुगगतान नहीं किया।
उन्होंने कहा कि देशभर में गुजरात ही ऐसा राज्य हैं, जिसने राजस्व विभाग में कई अहम निर्णय कर राजस्व प्रक्रियाओं को आसान बनाया है। इसका फायदा आमजन और किसानों को मिल रहा है।