इलाके की उपाधीक्षक नीलम गोस्वामी ने संवाददाताओं को बताया कि यह घटना 27 मार्च की मध्यरात्रि बाद दो से ढाई बजे के करीब हुई। शिकायतकर्ता उपेन्द्र सिंह चावड़ा और उनके जीजा इनोवा कार लेकर मैरीगोल्ड सर्कल के पास से गुजर रहे थे। उस दौरान आरोपी राजेन्द्र सिंह, अनिल सिंह व अन्य आठ लोग इन दोनों का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उपेन्द्र सिंह व उनके जीजा मैरी गोल्ड सर्कल के पास से गुजरे इन लोगों ने उनकी कार को घेर लिया। उन पर लकड़ी, डंडों व पत्थर से हमला किया। उपेन्द्र सिंह ने अपने स्व बचाव के लिए उनके पास मौजूद लाइसेंसी हथियार से दो राउंड फायरिंग की।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस मामले में शिकायतकर्ता की इनोवा कार को रिकवर किया गया है। इस मामले में उपेन्द्र सिंह की शिकायत पर 8 से 10 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में राजेन्द्र सिंह सोलंकी और अनिल सिंह परमार को गिरफ्तार कर लिया है।
गोस्वामी ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी और शिकायतकर्ता दोनों ही मूल रूप से धंधुका इलाके के रहने वाले हैं। उस इलाके के भुवाजी विरेन्द्र सिंह सोलंकी के पास दोनों जाते थे। चार महीने से शिकायतकर्ता उपेन्द्र सिंह पच्छम भुवाजी के पास नहीं जा रहे थे। इस बात को लेकर उपेन्द्र सिंह के साथ बुधवार रात को अनिल सिंह और राजेन्द्र सिंह की फोन पर बात हुई थी, जिस दौरान कहासुनी भी हुई। इससे नाराज होकर इन लोगों ने इकट्ठा होकर उपेन्द्र सिंह की कार को घेरा और फिर उस पर हमला कर दिया। उपेन्द्र सिंह बिल्डर हैं। पकड़े गए आरोपियों में राजेन्द्र सिंह भुवाजी का भाई है।