अहमदाबाद. छह वर्ष पूर्व ट्रक में हरियाणा ले जाने के लिए भरे मेडिसिन पाउडर को रास्ते में बेचने के आरोप में अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हाल में चार शिकंजे में हैं। अन्य एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी सूचना देने वाले को पच्चीस हजार रुपए के इनाम की घोषणा की गई है।
सीआईडी के पुलिस उपाधीक्षक बी. एम. चौधरी ने बताया कि लगभग छह वर्ष पूर्व असलाली स्थित वी.एक्सप्रेस ट्रान्सपोर्ट कंपनी के माध्यम से एक ट्रक में हरियाणा स्थित पंचकुला के लिए इंडोक फार्मा दवाई (मेडिसिन )पाउडर के साठ ड्रम भेजे गए थे। इसके कुछ दिनों बाद असलाली क्षेत्र स्थित वी.एक्सप्रेस ट्रान्सपोर्ट कंपनी की ओर से संतोष ओमप्रकाश अहेलावत ने अहमदाबाद रूरल की सीनियर डिवीजन कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई थी कि ट्रक के चालक एवं अन्य कुछ लोगों ने मिलकर मेडिसिन के असल पाउडर को बेच दिया था। इसके बदले नकली पाउडर को गंतव्य तक पहुंचाया गया। इस संंबध में असलाली पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया। बाद में इस मामले की जांच सीआईडी क्राइम को सौंपी गई। इस मामले की जांच कर रहे सीआईडी डिटेक्टिव एवं पुलिस निरीक्षक एस.वी. मावी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने एक के बाद एक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से राजस्थान के राजसमंद जिले की भीम तहसील के नयाकुवा गांव निवासी चिरंजीवसिंह देवेन्द्रसिंह चौहाण को जमानत मिल गई। इस मामले का अन्य एक आरोपी फरार है। पुलिस निरीक्षक मावी ने बताया कि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की मांडल तहसील के कचोरिया बाडिया गांव निवासी शंकरसिंह कुंपसिंह राजपूत फरार है। उन्होंने कहा कि इस आरोपी की सूचना देने वाले को २५ हजार रुपए इनाम की घोषणा की गई है। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
सभी आरोपी राजस्थान के
पुलिस निरीक्षक मावी के अनुसार इस मामले में लिप्त सभी आरोपी राजस्थान के हैं। जिस ट्रक में से सामान बेचा गया था उसके चालक के रूप में
अजमेर जिले के दयालपुर गांव निवासी लक्ष्मणसिंह प्रतापसिंह, अजमेर जिले के ही तेजसिंह रावत, भीलवाड़ा जिले के कचोरिया गांव निवासी (क्लीनर) शंकरसिंह व उनके मित्र अजमेर जिले के गायत्रीनगर निवासी शक्तिसिंह जवानसिंह रावत हैं। हाल में यह सीआईडी क्राइम के शिकंजे में हैं।
ऐसे बेचा सामान
बताया गया है कि इन आरोपियों ने ट्रक मेें भरे सामान को निकालकर उसके स्थान पर नमक भर दिया और ड्रमों पर नकली सील लगा दी थी। जबकि असल पाउडर को बेच दिया। पुलिस अधिकारी एस.वी. मावी ने बताया कि जो सामान बेचा है उसकी अनुमानित कीमत २४ से २५ लाख रुपए है। सामान बरामद के बारे में उन्होंने कहा कि इस मामले का मुख्य आरोपी शंकरसिंह राजपूत है। उसके पकड़े जाने पर ही यह पता चल पाएगा कि ट्रक से सामान कहां और किसको बेचा था।