देश के विभिन्न राज्यों के अलावा, बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव, जि़म्बाब्वे, रवान्डा, युगान्डा, त्रिनीदाद और टोबेगो जैसे देशों में ऑफ शोर कैम्पस की स्थापना करने के अनुरोध इस युनिवर्सिटी के पास आते हैं। अब इस युनिवर्सिटी में ऑफ कैम्पस सेन्टर एवं विदेश में ऑफ शोर कैम्पस की स्थापना की जा सकेगी, जिसके कारण देश और दुनिया में फॉरेन्सिक सायन्स की शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण और परामर्श कार्य को बढ़ाने में यह संस्था मील का पत्थर साबित होगी।
जीएफएसयू ने 58 देशों के साथ एमओयू किए हैं, जिसके अंतर्गत प्रशिक्षण देने के बाद उन देशों में फॉरेन्सिक साइंस लैबोरेटरी की स्थापना के लिए भी यूनिवर्सिटी मददगार होती है।
जीएफएसयू को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान, केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने से विद्यार्थियों को बड़ा फायदा होगा। उन्हें अंतरराष्ट्रीय विवि में शिक्षा प्राप्त करने, प्रशिक्षण का अनुभव मिलेगा। विवि देश के विविध राज्यों और विदेशों में अपने केन्द्र खोल सकेगा जिससे फोरेंसिक साइंस शिक्षा, शोध को बढ़ावा मिलेगा।
-डॉ. जे.एम.व्यास, महानिदेशक, जीएफएसयू