मुकेशभाई हर वर्ष जेतलपुर रोड स्थित विश्वेमंदिर में गोबर के उपयोग से वैदिक होली भी जाते हैं। वे बताते हैं कि गाय के गोबर से कई वस्तुएं बनाई जा सकती हैं। पिछले एक वर्ष में अलग-अलग शोध की है, जिसमें दीपक, कूड़ादान, किचेन, पेन स्टैण्ड, घड़ी जैसी 20 वस्तुएं तैयार कर चुके हैं। वे बताते हैं कि रक्षाबंधन पर साजसज्जा कर गोबर से राखी तैयार करते हैं।
अब तक गाय के गोबर से दस हजार राखियां तैयार कर चुके हैं ताकि गो माता का रक्षण हो और पर्यावरण की सुरक्षा इसके जरिए विदेश वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प भी पूरा होगा।
वे बताते हैं कि ‘वोकल फोर लोकलÓ एवं ‘स्वदेशी बनो, स्वदेशी अपनाओÓ के संदेश वाली राखियां बनाई हैं। राखियां बनाने में 65 महिलाएं जुटी हैं। अगले वर्ष पांच हजार लोगों को रोजगार देने का संकल्प है।
मुकेश गुप्ता ने गुजरात के कच्छ और राजस्थान के अजमेर में कई महिलाओं को गोबर से वस्तुएं बनाने के लिए मशीन दिए हैं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। अब तक गोबर से अलग-अलग प्रकार की 20 वस्तुएं महिलाओं ने तैयार की हैं।