उन्होंने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग (health department) ने बेहतर कदम उठाने से राज्य में मृत्यु दर का आंकड़ा 1.90 फीसदी हो गया हैऐ। वहीं रिकवरी रेट 91.06 फीसदी है। इसी तरीके से राज्य में टेस्टिंग की जाती है, जिसमें पोजिटीविटी टेस्ट जहां 13 अगस्त को 16.15 फीसदी था, जो एक दिसम्बर को घटकर 2.68 फीसदी तक पहुंच गया। राज्य में मौजूदा समय में 14 हजार 885 एक्टिव मरीज हैं।
महानगरों में रात्रि कफ्र्यू कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य के प्रमुख महानगर राजकोट, अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में रात्रि कफ्र्यू चल रहा है। आगामी समय में राज्य सरकार और भी कई सख्त कदम उठाएगी। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 1200 बेड सिविल अस्पताल के आईसीयू में 160 बेड बढ़ाए गए हैं। वहीं सोला सिविल अस्पताल में 150 बेड, कैंसर अस्पताल और किडनी अस्पताल में 168 बेड और ईएसआईसी बापूनगर में 250 बेड समेत 728 बेड बढ़ाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि वॉक इन टेस्टिंग के लिए 5.3 लाख यात्रियों का टेस्टिंग किया गया। वहीं ट्रेन में दस हजार से ज्यादा टेस्टिंग किए गए। दस हजार कमर्शियल बिल्डिंग में टेस्टिंग किए गए। दीपावली शॉपिंग के दौरान दस हजार से ज्यादा सुपर स्प्रेडर का टेस्टिंग किया गया। वहीं रेपिड एन्टीजन टेस्ट (rapid antigen test) की व्यवस्था फिलहाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर,अर्बन हेल्थ सेन्टर एवं वॉक इन टेस्टिंग कियोस्क जैसे स्थलों पर उपलब्ध है।
11 विशेषज्ञों की टीमें बनाईं राज्य सरकार ने सभी अस्पतालों को मार्गदर्शन देने के लिए 11 विशेषज्ञों की टीम बनाई है। वहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए अलग बैठक व्यवस्था और हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। वहीं कोविड सेन्टर में सीसीटीवी लगाए हैं। जिलास्तर पर आठ टीमें बनाई हैं और 45 सरकारी और 38 निजी लेबोरेटरी को मंजूरी दी गई है।