कांग्रेस का वी.एस. हॉस्पिटल बचाओ अभियान
सेवा की विरासत को मिटाने की साजिश
कांग्रेस का वी.एस. हॉस्पिटल बचाओ अभियान
अहमदाबाद. ‘वी.एस. हॉस्पिटल बचाओÓ नारे के साथ शहर कांग्रेस समिति के बैनर तले अभियान लगातार जारी है। गुरुवार को भी कांग्रेसी विधायक और कार्यकर्ताओं ने एलिसब्रिज स्थित टाउनहॉल के निकट मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया।
इसी बीच गुरुवार शाम गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने अहमदाबाद महानगरपालिका में भाजपा शासकों पर आरोप लगाया कि वी.एस. अस्पताल सेवा की विरासत है। इस विरासत को भाजपा शासक मिटाना चाहते हैं। गरीब और मध्यमवर्गीय 1155 बेड की सुविधा को घटाकर 500 बेड करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी गांधी-सरदार के सेवा कार्यों को मिटाकर उद्घाटन में अपने नामों की तकतियां लगवाने की जल्दबाजी में हैं। उन्होंने कांग्रेस ने वर्ष 2013 में वी.एस. बचाओ आंदोलन चलाया था, लेकिन उस समय यह विश्वास दिलाया गया था कि 1155 बेड वाले वी.एस. अस्पताल के प्रबंधन बोर्ड को बरकरार रखने का विश्वास दिलाया गया था। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा शासक अपनी भूल नहीं सुधारते हैं तो कांग्रेस की अगुवाई में उद्घाटन के दौरान विरोध किया जाएगा। गुरुवार को भी कांग्रेसी विधायक और कार्यकर्ताओं ने एलिसब्रिज स्थित टाउनहॉल के निकट मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर शहर अध्यक्ष शशीकांत पटेल, विधायक हिम्मतसिंह पटेल, ग्यासुद्दीन शेख, शैलेष परमार, बदरुद्दीन शेख, कांग्रेस के उपाध्यक्ष पंकज शाह, महानगरपालिका में विपक्ष के नेता दिनेश शर्मा, मनीष दोशी मौजूद थे।
न्यायपालिका पर पूरा विश्वास: धानाणी
अहमदाबाद. सीबीआई के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने कहा कि देश की न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है। ‘देर है अंधेर नहीं हैÓ कहावत सुप्रीम कोर्ट में साकार हो गई है। सत्ता में बिराजमान लोगों ने लगातार दखलंदाजी कर सत्य को छिपाने का प्रयास किया है, जो संवैधानिक संस्था हैं। विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया, लेकिन उनके पासे उलटे पड़ गए। सीबीआई में सत्य छिपाने के लिए एक कुशल अधिकारी के तबादले का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया।
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