उन्होंने कहा कि जिन खेतों में बरसात का पानी उतर गया है, उन खेतों में सर्वे का कार्य जारी है। जिन खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है, वहां पानी उतरने के बाद सर्वे का काम शुरू कर दिया जाएगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले भी जब प्राकृतिक आपदाएं आई थी, तब सरकार ने आर्थिक सहायता पैकेज प्रदान कर आपदाग्रस्त किसानों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। उन्होंने विश्वास जताया कि किसानों को फसल नुकसान सहायता के मामले में गुमराह करने वाले तत्वों के दुष्प्रचार के बहकावे में किसान नहीं आएंगे।
राज्य में 125 फीसदी से ज्यादा बारिश फलदू ने कहा कि इस वर्ष मौसम की औसत लगभग 125 फीसदी से अधिक बारिश राज्य में हुई है। इसलिए आगामी रवि और ग्रीष्मकालीन फसल में किसानों को खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी मिलेगा।
करीब 100 फीसदी हो चुकी बुआई राज्य में इस वर्ष औसतन 99.51 फीसदी बुआई हो चुकी है, जो पिछले तीन वर्षों की औसतन बुआई से ज्यादा है। राज्य में इस वर्ष 31 अगस्त तक करीब 84.48 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई हुई। जबकि पिछले वर्ष 82.80 लाख हेक्टेयर बुआई हुई थी। ज्यादा बारिश के कारण राज्य के 15 जिलों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है।