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अहमदाबाद

देश में कृषि विकास के लिए कृषि यूनिवर्सिटियां लें नेतृत्व: राज्यपाल देवव्रत

Gujarat, Rajyapal, Acharya devvrat, Junagadh agricultural university, प्राकृतिक कृषि को हर खेत में पहुंचाएं, खर्च घटाएं, उत्पादकता बढ़ाएं, जूनागढ़ कृषि यूनिवर्सिटी के शिक्षा-शोध और विस्तरण विकास कार्यों की समीक्षा

अहमदाबादAug 31, 2021 / 09:51 pm

nagendra singh rathore

देश में कृषि विकास के लिए कृषि यूनिवर्सिटियां लें नेतृत्व: राज्यपाल देवव्रत

देश में कृषि विकास के लिए कृषि यूनिवर्सिटियां लें नेतृत्व: राज्यपाल देवव्रत

अहमदाबाद. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने जूनागढ़ कृषि यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों और विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि कृषि समृद्ध तो गांव समृद्ध और देश भी समृद्ध होगा। देश के कृषि विकास में कृषि यूनिवर्सिटियों का महत्वपूर्ण योगदान है। देश के कृषि विकास के लिए कृषि यूनिवर्सिटियां नेतृत्व लें।
उन्होंने कहा कि विकास के लिए परिवर्तन आवश्यक है। कृषि यूनिवर्सिटियां किसानों को ज्यादा समृद्ध बना सकती हैं। कृषि खर्च को घटाया जा सके, जमीन की उत्पादकता में वृद्धि हो, पर्यावरण संरक्षित हो और टपक सिंचाई पद्धति का दायरा बढ़े इसके लिए प्रयास करने होंगे। इसके लिए उन्होंने पद्मश्री सुभाष पालेकर प्रेरित प्राकृतिक कृषि को रासायनिक कृषि का मजबूत विकल्प बतलाकर प्राकृतिक कृषि को हर खेत तक पहुंचाने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 तक किसानों की आय दो गुनी करने के संकल्प को साकार करने के लिए उत्पादन घटे नहीं परंतु कृषि खर्च में महत्तम कमी आए, भूमि का स्वास्थ्य सुधरे, पर्यावरण और जल का संरक्षण हो, इस प्रकार के प्रयास करने पर राज्यपाल ने बल देते हुए प्राकृतिक कृषि को इसके लिए सक्षम विकल्प बतलाया।
इस विकास चिंतन में आणंद कृषि यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. केवी. कथीरिया, दांतीवाडा कृषि यूनिवर्सिटी के कुलपति आरएम. चौहाण, कृषि यूनिवर्सिटी, नवसारी के कुलपति डॉ. जीणाभाई पटेल, कामधेनु कृषि यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एनएच. केलावाला ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
5 साल में पाए 8 पेटेंट, पांच सौ सिफारिशें की
समीक्षा बैठक में जूनागढ़ कृषि यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. वीपी चोवटिया ने बताया कि विवि ने कृषि विज्ञान शिक्षा, शोध एवं विस्तरण सहित त्रिस्तरीय विकास प्राप्त किया है। यूनिवर्सिटी के 31 संशोधन केन्द्र, कृषि विकास केन्द्रों सहित छह कॉलेज और 6 पॉलिटेक्नीक कॉलेज कार्यरत हैं। जूनागढ़ कृषि युनिवर्सिटी ने वर्ष 2021-22 में संशोधन में संशोधन द्वारा मूंगफली, चना और बाजरा सहित प्रत्येक फसल की दो-दो वेरायटी और कपास की एक वेरायटी पेश की है। पिछले पांच वर्ष में यूनिवर्सिटी ने 400 से ज्यादा टेक्नोलॉजी क्षेत्र में सिफारिशें की हैं और 8 पेटेंट भी हासिल किए हैं। जूनागढ़ कृषि युनिवर्सिटी ने संस्थागत विकास योजना के अंतर्गत वल्र्ड क्लास आर्टिफिश्यल इंटेलिजंस लैब की स्थापना की है। अखिल भारतीय रैंकिंग में लगातार दो बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

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