Gujarat: गुजरात में औसतन प्रतिदिन आरटीपीसीआर से 70 हजार टेस्टिंग
अहमदाबाद. गुजरात हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से कोरोना मरीजों के आरटीपीसीआर टेस्ट के बारे में जवाब मांगा। राज्य सरकार ने मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ और न्यायाधीश भार्गव कारिया की खंडपीठ को बताया कि राज्य में औसतन प्रतिदिन 1 लाख 65 हजार कोरोना टेस्टिंग की जा रही है। इसमें 70 हजार टेस्टिंग आरटीपीसीआर टेस्ट से की जाती है वहीं शेष टेस्टिंग रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) से होती है। टेस्टिंग की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही है। अब तक 9 लाख आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा चुके हैं। इस पर हाईकोर्ट ने सरकार ने यह भी पूछा कि टेस्टिंग के आंकड़ों में आरटीपीसीआर और आरएटी को भी शामिल किया जाना चाहिए। खंडपीठ ने कहा कि यह बताया गया है कि कई मामलों में आरटीपीसीआर टेस्ट भी कोरोना का सही आकलन नहीं दे पाते हैं।
पॉजिटिविटी दर बढ़ी राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के समक्ष यह स्वीकार किया कि कोरोना को लेकर राज्य में स्थिति विकट है लेकिन बावजूद इसके सभी तरह के प्रयास जारी हैं। गत 1 से 12 अप्रेल तक राज्य की पॉजिटिविटी दर 5.20 फीसदी थी जब अब बढक़र 5.6 फीसदी हो गई। इस अवधि के दौरान एक्टिव केसों की संख्या 30600 थी जो अब बढक़र 61600 हो चुकी है। राज्य में कोरोना से अब तक 5400 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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