वहां पुलिसकर्मियों और कांग्रेस विधायकों को झड़प हो गई, जिसमें परेश धानाणी की आंख पर चोट आ गई। बाद में पुलिसकर्मियों ने कांग्रेस विधायकों को हिरासत में ले लिया और उन्हें गांधीनगर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय ले जाया गया, जहां विधायकों ने रामधुन की और गुजरात की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्रवाई के बाद इन विधायकों को रिहा कर दिया गया। प्रदर्शन में धानाणी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा के अलावा अन्य कांगे्रसी विधायक मौजूद थे।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि तौकते चक्रवात से प्रभावितों को सहायता राशि देने में विसंगतियां और गड़बडी की गई हैं। इस मामले में जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही सभी प्रभावितों को एकसमान सभी प्रकार की सहायता मुहैया कराई जाए। तौकते चक्रवात में गिर-सोमनाथ, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर जिले और विशेषतौर पर ऊना और राजुला विधानसभा क्षेत्रों में आमजन और किसानों को खासा नुकसान हुआ है। फसलें बर्बाद हो गईं। पेड़ गिर गए।
इससे पूर्व भी मुआवजा चुकाने को लेकर विधायक पूंजा वंश, अंबरीश डेर, प्रताप दुधात, भगाभाई बारड, हर्षद रीबडिया, विमल चूड़ास्मा, भीखाभाई जोशी, कनूभाई बारैया एवं मोहन वाला स्थानीय प्रशासन को मिल चुके हैं और मुआवजा में अनियमितताओं को लेकर शिकायत कर चुके है।
चक्रवात इलाकों का नहीं होगा रिसर्वे तौकते चक्रवात के प्रभावितों को मुआवजा देने के मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों की मांग पर प्रतिक्रिया देते भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा ने कहा कि तौकते चक्रवात के प्रभावितों को राज्य सरकार ने सहायता मुहैया कराई गई। अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा सहायता राशि दी गई है। चक्रवात प्रभावित इलाकों में फिर से सर्वे की कार्रवाई नहीं होगी।