सदन में गुजरात अराजक प्रवृत्तियों को रोकने के संशोधित विधेयक पेश करते हुए गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा ने कहा कि समाज और निर्दोष व्यक्तियों को परेशान करने वाले गुंडा और अराजक तत्वों पर लगाम लगाने राज्य सरकार ने निर्णय किया है। ऐसे लोगों के खिलाफ कानून का सख्ती से अमल किया जा सके इसके लिए कानून में विशेष प्रावधान किए गए हैं। गुंडागीरी और भय का माहौल राज्य सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।
वापस लें विधेयक : धानाणी इससे पूर्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने इस विधेयक के मुद्दे पर राज्य सरकार (State government) को घेरते कहा कि अपराधों पर लगाम लगाने के लिए राज्य में कानून तो कई हैं, लेकिन ऐसे कानूनों का सख्ती से अमल नहीं होता। पहले भी ऐसे कानून बनाए गए हैं। इसके चलते ऐसे कानून का कोई फायदा नहीं। यह कानून वापस लेना चाहिए।
उधर, विधानसभा में प्रतिपक्ष के उप नेता शैलेष परमार ने भी राज्य सरकार को घेरते कहा कि राज्य में पिछले 25 वर्षों से भाजपा सरकार हैं, लेकिन अपराधिक वारदातों पर लगाम नहीं लगती। हमेशा कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ा जाता है। उन्होंने राज्य सरकार प निशाना साधते कहा कि जब सरकार आपकी है पुलिस आपकी है तो आपराधिक प्रवृत्तियां करने वालों पर कार्रवाई करें, कांग्रेस तो कभी नहीं रोका।