कृषि उत्पादन बढ़ा और आर्थिक स्थिति सुधरी
अहमदाबाद. भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व इजरायल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू के समक्ष साबरकांठा जिले के वदराड में दोनों देशों के सहयोग से तैयार सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल्स में प्रगतिशील किसानों ने अपनी बातें रखीं।
भारत-इजरायल की सहभागीदारी और कृषि क्षेत्र में भारत व इजरायल के सहयोग के 25 वर्ष पूरे होने के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इन किसानों ने सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस से कृषि व आर्थिक क्षेत्र में आए बदलाव की बात कही।
प्रांतिज तहसील के मामरोली गांव के किसान घनश्याम पटेल ने कहा कि पहले वे परंपरागत पद्धति से खेती करते थे। बैमौसमी सीजन के फसल के तहत गर्मी में फूलगोभी व पत्ता गोभी का उत्पादन कर बाजार में रखा। एक हेक्टेयर जमीन में खेती कर एक वर्ष में डेढ़ करोड़ की कमाई की।
हिम्मतनगर के मयूर पटेल ने कहा कि बीज के व्यापार को लेकर कई देश घूमे, लेकिन इस केन्द्र के कारण बीज उत्पादन में तकनीक के उपयोग से नर्सरी आरंभ किया और छह महीने में 30 लाख का लाभ हुआ।
वीजापुर तहसील के माढी गांव के किसान राकेश पटेल ने कहा कि सॉयल लेस कल्चर पद्धति से डेढ़ हेक्टेयर में एक करोड़ चालीस लाख का कारोबार किया।
प्रांतिज तहसील के मोटीदाउ गांव की सरोजबेन पटेल पहले परंपरागत खेती करते थे। यहां से ग्रीन हाउस तकनीक से खीरा, ककड़ी जैसे सामान्य पसल का आधुनिक तकनीक की मदद से उत्पादन आरंभ किया।