गुजरात सरकार के इण्डेक्स -बी ने राज्य में जापानी पूंजी निवेश की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए विशेष विभाग बनाया है। मौजूदा समय में भी गुजरात में जापानी कम्पनी हिटाची, सुजुकी, होण्डा और पैनासोनिक कम्पनियों ने अपने प्लान्ट स्थापित किए हैं। अभी भी अगले वर्ष होनेवाली वाइब्रेन्ट समिट में भी कई जापानी कम्पनियां भाग लेंगी, जो गुजरात में और निवेश कर सकती हैं।
जापान की मिजुहो बैंक लिमिटेड के वरिष्ठ निदेशक संतोशि वतांबे ने कहा कि वाइब्रेन्ट गुजरात के चलते ही दुनियाभर के कारोबारियों से मिलने का अवसर मिलता है। यह ऐसा इवेन्ट हैं, जिसमें अवसर के द्वार खुलते हैं।
उधर, गुजरात सरकार के श्रम एवं रोजगार विभाग की प्रधान सचिव अंजू शर्मा के नेतृत्व में अगले वर्ष हौने वाली वाइब्रेन्ट समिट को लेकर ऑनलाइन रोड किया है, जिसमें जापान से 300 और दक्षिण कोरिया के 160 प्रतिनिधियों ने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर हिस्सा लिया।
पिछले कई वर्षों में गुजरात के साथ जापान और दक्षिण कोरिया के व्यवसायिक संबंध मजबूत बने हैं। मौजूदा समय में भी औद्योगिक क्षेत्रों में दोनों देशों की अहम मौजूदगी है। जहां जापान की हिटाची, सुजुकी, होण्डा और पेनासोनिक जैसी कम्पनियां हैं। वहीं दक्षिण कोरिया की कुकड केमिकल्स, हुण्डाई रोटेम और सोंगवोन जैसी कम्पनियों ने गुजरात में अपनी उत्पादन इकाइयां स्थापित की हैं। जापान रोड शो में एलएंडटी के एक्जीक्युटिव वाइस प्रेसिडेन्ट श्रीनाथ राव, टेक्नोट्रेण्ड्स ऑटोपार्क लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शिनजिरो ओजाकी, मिंदा समूह के अनादि सिंहा, जीसीसीआई के सीनिर प्रेसिडेन्ट पथिक पटवारी समेत गणमान्य मौजूद थे।
जापान प्लस की टीम है भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी जापान के साथ भारत के व्यवसायिक संबंधों को हमेशा महत्व दिया है। इसके चलते ही भारत में जापान का पूंजी निवेश बढ़ाने के लिए ‘जापान प्लसÓ के नाम से अधिकारियों की एक विशेष टीम प्रधान कार्यालय में सक्रिय है।
वहीं पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण कोरिया ने भी गुजरात में पूंजी निवेश करने में रुचि दिखाई है। इसके चलते विश्वस्तरीय उत्पादन सुविधाएं तथा औद्यगिक इन्फ्रास्ट्रक्चर ंविकसित किया जा रहा है। मौजूदा समय में दक्षिण कोरिया की कई नामी कम्पनियों ने अपनी इकाइयां स्थापित की हैं। अगले वर्ष होनेवाली वाइब्रेन्ट समिट में दक्षिण कोरियार की हिस्सेदारी होगी।
रोड शो की सफलता को लेकर अंजू शर्मा ने कहा कि जापान और दक्षिण कोरिया से अच्छा समर्थन मिला है। दोनों ही देशों के निवेशकों और उद्यमियों ने गुजरात में रुचि दिखाई है।