राज्य के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने बताया कि घटना की गंभीरता और इस घटना में फायर आम्र्स का उपयोग को देखते हुए इस मामले की जांच में आतंकवादी निरोधक दस्ता (एसआईटी) और अहमदाबाद क्राइम ब्रांच भी जांच में मदद करेगी। दोनों एजेंसियों के अधिकारियों को भी इस जांच में मदद देने के निर्देश दिए गए हैं।
मिले छह कारतूस जयंती भानुशाली की हत्या में उपयोग में लाए गए छह कारतूस मिले हैं। पुलिस के अनुसार घटना वाले रेलवे के डिब्बे एच-1 से तीन जिंदा कारतूस, दो फुटे खाली कारतूस और एक कारतूस की फुटी हुई गोली मिली।
ट्रेन से अलग किया गया डिब्बा
भाटिया के मुताबिक घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे पुलिस के उच्च अधिकारी, अहमदाबाद रेलवे की पुलिस अधीक्षक भावना पटेल, पुलिस उपाधीक्षक जे. पी. राओल रात को ही मोरबी पहुंच गए। भुज-दादर ट्रेन के अहमदाबाद पहुंचते ही राजकोट रेलवे पुलिस उपाधीक्षक पी. पी. पिरोजिया, कालूपुर रेलवे स्टेशन के अधिकारी, रेलवे के उच्च अधिकारी के साथ बात के बाद डिब्बे को ट्रेन से अलग कर दिया गया। स्थल पर एफएसएल के अधिकारी, बैलेस्टिक विशेषज्ञ, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने संबंधित डिब्बे की जांच की।