scriptinnovation for learning पढ़ाई को रोचक बनाने आई नई तकनीक ‘रिओलो’ | L D Engineering student innovate Technique for learning | Patrika News
अहमदाबाद

innovation for learning पढ़ाई को रोचक बनाने आई नई तकनीक ‘रिओलो’

एल.डी.इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों का इनोवेशन, विश्व के श्रेष्ठ 100 स्टार्टअप में भी हुआ चयन

अहमदाबादJul 28, 2019 / 09:58 pm

nagendra singh rathore

innovation

innovation for learning पढ़ाई को रोचक बनाने आई नई तकनीक ‘रिओलो’

-नगेन्द्र सिंह-

अहमदाबाद. वर्ष २०१४ के लोकसभा चुनाव में देशभर के लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए जिस थ्री डी होलोग्राफिक तकनीक का तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने इस्तेमाल किया था। इसी से मिलती जुलती शिक्षा पद्धति को रोचक बनाने वाली तकनीक एल.डी.इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों ने विकसित की है। जिसे विद्यार्थियों ने ‘रिओलो’ नाम देकर इसी नाम से स्टार्टअप भी शुरू किया है। कंप्यूटर इंजीनियरिंग के तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों की यह तकनीक शिक्षा पद्धति, डिफेंस, मेडिकल शिक्षा एवं उससे जुड़ी शोध, मैकेनिकल डिजाइन, विज्ञापन के क्षेत्र में कारगर साबित हो सकती है।
इसे विकसित करने वाले छात्र मालव रीमा शाह बताते हैं कि नवंबर-२०१८ में उन्हें व उनके सहपाठी श्रेय सवसाणी, प्रतीक सेजलिया, हार्दिक शाह, मालव दीपक शाह, जैनम और आदित्य पुरोहित को विचार आया कि थ्री डी होलोग्राफिक तकनीक के जरिए रोमांचक तरीके से शिक्षा दी जा सकती है। विशेषकर ऐसे विषयों को पढ़ाया जा सकता है जो उबाऊ लगते हों। उनका ये विचार गुजरात इनोवेशन काउंसिल को भी पसंद आया, जिससे उन्हें इसका वर्किंग मॉडल बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए की स्टूडेंट एंड इनोवेशन स्टार्टअप पोलिसी के तहत आर्थिक मदद भी मिली है। अब वे इसका दूसरे एडवांस वर्जन को विकसित करने में जुटे हैं।
विद्यार्थियों की यह टीम हैकाथॉन २०१९ के हैकाथॉन में गुवाहाटी में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी है। टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया है।
विश्व के श्रेष्ठ 100 स्टार्टअप में भी हुआ चयन
एल.डी.इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के इस स्टार्टअप ‘रिओलो’ को इस्ताम्बुल में होने जा रहे स्टार्टअप मीट-२०19 के लिए विश्व के श्रेष्ठ 100 स्टार्टअप में भी चयन हुआ है। विश्व के 150 से अधिक देशों से एक लाख ३७ हजार ७८३ स्टार्टअप ने इस मीट में अपने प्रोडक्ट को प्रदर्शित करने के लिए आवेदन किया था, जिसमें से इस टीम को टॉप-100 में जगह मिली है। 18 से 21 अक्टूबर के दौरान इस्ताम्बुल में अब यह विद्यार्थी अपने इनोवेशन को प्रदर्शित करेंगे। उसका डेमो देगे।
ये है थ्री डी होलोग्राफिक तकनीक ‘रिओलो’
इस तकनीक के जरिए छोटी सी भी वस्तु-अंगूठी, हीरा, मछली या अन्य किसी भी प्राणी इमारत, जीव, जंतु की फोटो को थ्री डी तकनीक की मदद से बड़े आकार में सामने जीवंत स्वरूप में देखा जा सकता है। सॉफ्टवेयर और एनीमेशन की मदद से इधर-उधर घुमाते हुए रोमांचक तरीके से पेश किया जाता है, जिससे लोगों ज्यादा जुड़ाव होता है। ये बाजार में उपलब्ध थ्री डी होलोग्राफिक तकनीक की तुलना में ये सस्ती और गुणवत्तायुक्त है। एक साथ कई यूजर इसका उपयोग कर सकते हैं। ये एक सॉफ्टवेयर, एनीमेशन आधारित तकनीक है। जिसे होलोग्राफिक फैन के जरिए प्रदर्शित किया जाता है।
थ्री डी होलोग्राफिक इमेज को हाथों से कर सकेंगे अलग!
ये विद्यार्थी अब थ्री डी होलोग्राफिक इमेज को हाथों से अलग किया जा सके ऐसी तकनीक विकसित करने पर काम कर रहे हैं,जिससे ये ज्यादा रोचक और जुड़ाव वाली हो। ऐसा होने पर यह रिसर्च, मेडिकल, डिफेंस, रियल एस्टेट इंडस्ट्री में और भी उपयोगी साबित हो सकती है।
L D Engineering Student
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो