उन्होंने कहा कि अहमदाबाद में दो लाख ऑटोरिक्शा, तीन लाख से ज्यादा लारी-गल्ला और पाथरणा वाले और एक लाख घरेलू नौकर, केटरर्स, होटल-रेस्टोरेन्ट और निर्माण क्षेत्र के लाखों श्रमिकों को रोजगारी खोने की नौबत आई है। ऐसे हालात गुजरात के अन्य शहरों में भी हैं।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे कोलेकर अलग-अलग क्षेत्रों के संगठनों के साथ मीटिंग भी की है। हाल ही में अहमदाबाद के सरदारबाग में संगठन के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री से इन श्रमिकों आर्थिक सहायता मुहैया कराने की मांग करने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि यदि असंगठित श्रमिकों को आर्थिक मदद नहीं मिली तो उनकी हालत बदतर हो सकती है। श्रमिक कल्याण बोर्ड में करोड़ों रुपए हैं, जिससे इन श्रमिकों की मदद की जा सकती है।
इन्दूलाल याज्ञिक के पुतले के समक्ष आज कार्यक्रम मजदूर दिवस के मौके पर शनिवार को लालदरवाजा स्थित नेहरूब्रिज के निकट इन्दूलाल याज्ञिक की प्रतिमा के निकट असंगठित श्रमिकों के अधिकारों को लेकर कार्यक्रम किया जाएगा।