शाह ने कहा कि भारत के अधिकांश घरों में चाय मुख्य पेय है, लेकिन प्राप्य आय में गिरावट से इसकी खपत प्रभावित हुई है। लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में लोगों की आर्थिक कठिनाइयां बढ़ी है और बढ़ी हुई लागत की भरपाई के लिए चाय की खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी इसकी मांग को प्रभावित कर सकती है। इसके कारण चाय के पैकेट और खुदरा विक्रेता मुश्किल स्थिति में आ गए है।