उन्होंने कहा कि मोदी जहां भी जाते हैं कोई न कोई वादा करते हैं, लेकिन उनको निभाते नहीं है। जहां गन्ना की पैदावार होती होगी वहां गन्ना की बात करेंगे। सूरत में कपड़े और हीरे की बात होगी। हीरा को सोने में बदलने की बात होगी।
राहुल ने किसानों का कर्जा माफ करने के मुद्दे पर केन्द्र की मोदी सरकार पर सवाल दागते हुए कहा कि मोदी सरकार ने एक लाख 30 हजार करोड़ रुपए अमीरों के माफ किए, लेकिन जब किसानों का कर्जा माफ करने की बात की तो जेटलीजी कहते हैं कि यह हमारा प्रोग्राम नहीं। हमारी पॉलिसी नहीं है। हम किसानों का कर्ज माफ नहीं करना चाहते। जब देश के 5-10 अमीरों का कर्ज माफ हो सकता है तो दिन-रात मेहनत करने वाले और पसीना बहाने वालों का कर्ज क्यों नहीं?
वाळीनाथ मंदिर में किए दर्शन
राहुल ने थरा में भरवाड और मालधारी समाज के गुरू वाळीनाथ मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने वाळीनाथ महादेव के गुरू गादी के महंत से भी बातचीत की। महंत ने भरवाड समाज की परंपरा के मुताबिक उनका स्वागत किया।
जूनागढ़ की मुक्ति के बाद 13 को हुई थी सरदार पटेल की सभा
जूनागढ़. जूनागढ़ के दिवंगत नवाब महाबतखान बाबी ने जब जूनागढ़ को पाकिस्तान में शामिल कर लिया था तब सरदार पटेल के प्रयास से इसे फिर से 9 नवम्बर 1947 को पाकिस्तान से मुक्त कराकर भारत में शामिल किया गया था। इसके पश्चात 13 नवम्बर 1947 को जूनागढ़ के बहाउद्दीन कॉलेज में सरदार पटेल की सार्वजनिक सभा हुई थी। इसमें करीब एक लाख लोग शामिल हुए थे। 13 नवम्बर को इसे 70 वर्ष होने जा रहा है।
भारत में रहकर पाकिस्तान की बात नहीं
उस समय सरदार पटेल ने कहा था कि जूनागढ़ किसी की जागीर नहीं है, जिसे पाकिस्तान जाना है वह पाकिस्तान चला जाए। मैं उसे चार आना (25 पैसे) अपने पास से दे दूंगा लेकिन भारत में रहकर पकिस्तान की बात नहीं हो सकती। हमें पाकिस्तान से लड़ाई नहीं करनी है लेकिन कोई लडऩा ही चाहता हो तो हम उसके लिए भी तैयार हैं, भारत किसी से डरता नहीं है। उस समय सरदार पटेल ने कहा था कि जिन्हें भारत में रहना है वे हाथ ऊंचा करके बताएं। इसके पश्चात हजारों लोगों ने हाथ ऊंचा करके समर्थन जताया था। आज सरदार पटेल के नाम पर विभिन्न लोग राजनीति कर रहे हैं। जबकि इस कॉलेज में उनका एक स्मारक भी नहीं है। यहां उनका स्मारक बनाने के साथ ही उनके जीवन से सम्बन्धित सभी जानकारी और सोमनाथ मंदिर के निर्माण में उनकी भूमिका आदि का वर्णन किया जाना चाहिए।