प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल अभियान की शुरुआत की थी। इस लक्ष्य को 5 वर्षों में यानी वर्ष 2024 तक पूरा करना है। राज्यों ने अपने हिसाब से लक्ष्य तय किया है।
इसके तहत अब तक सात राज्य 100 फीसदी लक्ष्य को प्राप्त कर चुके हैं। गुजरात, हिमाचल प्रदेश और पंजाब जैसे राज्य 90 फीसदी से ज्यादा लक्ष्य हासिल कर चुके हैं। बिहार 88 फीसदी व सिक्किम में 78 फीसदी लक्ष्य प्राप्त कर चुका है।
दक्षिण के बड़े राज्य पीछे
दक्षिण के 3 राज्य -कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु -भी पीछे चल रहे हैं। इन तीन राज्यों के साथ नागालैंड, मिजोरम, मेघालय, ओडिशा, मध्यप्रदेश, लदाख, लक्षद्वीप व ***** ने अब तक 29 से 50 फीसदी के बीच लक्ष्य हासिल किया। सबसे पीछे उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और राजस्थान जैसे राज्य हैं।
3.23 करोड़ लोगों तक पहुंच
इस मिशन की घोषणा के समय 18.93 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 3.23 करोड़ (17 फीसदी) परिवारों के पास नल जल कनेक्शन प्रदान किए जा चुके थे। तब से 4.62 करोड़ (24 फीसदी) करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल जल कनेक्शन दिया जा चुका है। इसके अलावा 76 जिलों तथा 1.05 लाख गांवों में प्रत्येक परिवार को यह सुविधा मिल रही है।
गुजरात में अक्टूबर 2022 तक नल से जल का लक्ष्य पूरा करना है। इसके लिए कार्य काफी तेजी से किया जा रहा है। उम्मीद है कि लक्ष्य समय से पूरा हो जाएगा।
– जीतू चौधरी, जल संसाधन व जलापूॢत राज्य मंत्री, गुजरात
100 फीसदी लक्ष्य प्राप्त राज्य
गोवा
तेलंगाना
अंडमान व निकाबोर द्वीप समूह
पुदुचेरी
दादरा नगर हवेली व दमन दीव
हरियाणा
सबसे पिछड़े राज्य
राज्य लक्ष्य हासिल (फीसदी)
उत्तर प्रदेश 13.22
छत्तीसगढ़ 16.03
झारखंड 17.60
बंगाल 17.61
राजस्थान 22.02
असम 29.09
मध्य प्रदेश 37.21
(स्त्रोत: जल जीवन मिशन)