‘न्यू ऐरा ऑफ फॉरेंसिक एकाउंटिंग’ पुस्तक का विमोचन
वडोदरा के युवा सीए ज्योत बक्षी ने लिखी
वडोदरा. वडोदरा के युवा चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) ज्योत बक्षी की लिखित पुस्तक न्यू ऐरा ऑफ फॉरेंसिक एकाउंटिंग का विमोचन पद्मश्री से सम्मानित सीए टी.एन. मनोहरन ने चेन्नई किया।
वित्तीय कदाचार और धोखाधड़ी बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) की ओर से इस वर्ष फरवरी महीने में फॉरेंसिक एकाउंटिंग विषय पर मानदंड जारी किए हैं। भारत में फॉरेंसिक एकाउंटिंग का एक नया युग शुरू होने के साथ ही यह पुस्तक लिखी गई है।
अनुसंधान व फॉरेंसिक एकाउंटिंग को वित्तीय अनियमितता रोकने के कंपनियों में लागू करने के बारे में ज्योत ने पुस्तक में चर्चा की है। फॉरेंसिक एकाउंटिंग के विषय पर भारत के नियामक निकायों में शामिल सीबीआई, ई.डी, आरबीआई, ई.ओ.डब्ल्यू. की ओर से भी गहन अध्ययन किया जा रहा है। यह एजेंसियां वर्तमान में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए एक चार्टर्ड एकाउंटेंटों की सेवा भी ली जा रही है।
मुख्य अतिथि समीर परांजपे और के.सी. महेता के अलावा मुंबई में फॉरेंसिक एकाउंटेंट और जांच विशेषज्ञ चेतन दलाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। गौरतलब है कि वडोदरा के सीए मनीष बक्षी के पुत्र ज्योत बक्षी मात्र 21 वर्ष में चार्टर्ड एकाउंटेंट बने और 24 वर्ष की आयु में उन्होंने यह पुस्तक लिखी है।