सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एम.आर. शाह ने कहा कि आज राष्ट्र को कानूनी ज्ञान और अभ्यास युक्त मानव बल की जरूरत है, जो यह स्कूल के जरिए पूरा होगा। अब, विधि क्षेत्र एक प्रतिस्पर्धी क्षेत्र बन गया है। इस स्कूल के विद्यार्थियों को आने वाले कल का वकील और कानूनी सलाहकार बताते हुए एम.आर. शाह ने कहा कि राष्ट्र हित का दायित्व इन विद्यार्थियों के सिर पर है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राष्ट्र के आम नागरिकों की समस्याओं का संतोषजनक निवारण करने में इस यूनिवर्सिटी में चल रहे पाठ्यक्रम सहायक होंगे।