सभी जमानत याचिकाओं का पंजीकरण सीआरएमए-जे में करने के निर्देश
हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि एक अप्रेल 2023 से गुजरात की सभी मजिस्ट्रेट कोर्ट में सभी प्रकार की जमानत के लिए दायर की जाने वाली याचिकाओं का पंजीकरण सीआरएमए जे के रूप में बिना किसी चूक के किया जाए। जिन याचिकाओं में आरोपी जेल के अंदर हो उसकी जमानत याचिका में आरोपी जेल में है उसमें बेल एप्लीकेशन-एप्लीकेंट इन जेल लिखकर सीआईएस में अपडेट करने को कहा गया है।
ई-मेल माय केस स्टेटस सेवा में भी करें शामिल
गुजरात हाईकोर्ट ने आईटी सेल की ओर से सभी मजिस्ट्रेट एवं सेशन्स कोर्ट एवं गुजरात हाईकोर्ट की सभी जमानत याचिकाओं कि जिसमें आरोपी जेल में है और उसकी जेल की जानकारी अपडेट की गई हो तो उसे गुजरात हाईकोर्ट की ई-मेल माय केस स्टेटस सेवा में भी शामिल करने की व्यवस्था करने को कहा है। ताकि संबंधित जेल को ईमेल के जरिए केस अपडेट और आदेश व फैसले की जानकारी स्वत: भेजी जा सके। इस सेवा के जरिए मिलने वाली जानकारी जेल प्रशासन को संबंधित जेल के कैदी को व याचिकाकर्ता को तत्काल देनी होगी। उसका ब्योरा भी रखना होगा।