गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी यात्रा का बुधवार को अहमदाबाद में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात की धरती पर गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी का पधारना गुजरात के लिए सौभाग्य की बात है।
उन्होंने कहा कि यह गुजरात का सौभाग्य है कि गुरु नानक जी के पंज प्यारे में से एक मोहकम सिंह गुजराती थे। गुजरात के कच्छ जिले के लखपत गुरुद्वारा में गुरु नानक जी ठहरे थे। रूपाणी ने कहा कि गुजरात और सिख समुदाय के बीच अनूठा संबंध है।
राज्य सरकार ने संबंध के इस सेतु को बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं। लखपत और बेट द्वारका के ऐतिहासिक गुरुद्वारों के पुनरोद्धार का कार्य इस सरकार ने किया है। उल्लेखनीय है कि गुरु ग्रंथ साहिब की पावन पालकी गत एक जून को पाकिस्तान के ननकाना साहिब से निकली है और 2 नवंबर को पंजाब के सुलतानपुर में संपन्न होगी।
यात्रा के स्वागत के दौरान विधायक जगदीश पंचाल, अल्पसंख्यक विकास निगम की अध्यक्ष परमजीत कौर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध समिति के अग्रणियों सहित बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग उपस्थित थे।
यात्रा के स्वागत के दौरान विधायक जगदीश पंचाल, अल्पसंख्यक विकास निगम की अध्यक्ष परमजीत कौर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध समिति के अग्रणियों सहित बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग उपस्थित थे।