उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की अनुचित रूप से आलोचना करना सही नहीं है और ऐसा करने वालों को उचित सजा दी जानी चाहिए। स्वतंत्रता संग्राम में गांधी के साथ रहे डॉ. अम्बेडकर पर उन्होंने गर्व जताया।
देश के विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनावों के बारे में उन्होंने दाावा करते हुए कहा कि पार्टी परिवर्तन का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एनडीए को चार राज्यों में जबर्दस्त सफलता मिलेगी। पंजाब में अमरिंदरसिंह के नेतृत्व में सरकार बनने का भी उन्होंने दावा किया।
किसान आंदोलन को फिर से शुरू करने के बारे में उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने कृषि कानून वापस ले लिया और एमएसपी के लिए एक समिति बनाई तो फिर से आंदोलन का कोई औचित्य नहीं था।
उन्होंने जाति आधारित जनगणना की मांग को अनुचित बताते हुए कहा कि जनगणना केंद्र सरकार का मामला है। जाति-वार जनगणना जातिवाद को बढ़ावा देगी जिससे संविधान की भावना को ठेस पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय विभिन्न जातियों, विकलांगों, बुजुर्गों, छात्रों को विभिन्न लाभ प्रदान करने के लिए काम कर रहा है और कल्याणकारी योजनाएं चला रहा है।
न्यू वीआईपी रोड-सर्किट हाऊस मार्ग पर अठावले का काफिला रविवार को हवाई अड्डे से एल.एंड टी. सर्कल की ओर जा रहा था। उस समय सडक़ मार्ग पर पड़ी शराब की पोटलियों के समीप से सडक़ किनारे से उनका काफिला निकालना पड़ा।
अठावले के यात्रा मार्ग पर शराब की पोटलियां देखकर पुलिस कर्मचारी चौंक गए। दरअसल, हवाई अड्डे से एल.एंड टी. सर्कल की ओर एक युवक स्कूटर पर दो बैग में शराब की पोटलियां ले जा रहा था। गाय की टक्कर से शराब की पोटलियां सडक़ पर बिखर गईं। उनमें से शराब का रेला भी बहने लगा।
उस समय एक महिला वहां खड़ी होकर लोगों को सडक़ किनारे से निकलने की अपील करती दिखी। यह दृश्य देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। उसी समय अठावले का काफिला वहां पहुंचा। पुलिस के वाहन में सवार पुलिस कर्मचारी उस महिला के इशारे समझ गए और काफिले को सडक़ किनारे से निकालना पड़ा। सर्किट हाऊस पहुंचने पर अठावले से शिकायत करने के लिए एक युवक मितेश परमार भी वहां पहुंचा। पुलिस कर्मचारियों ने उसे वहां से बाहर निकाल दिया।