मित्र भी हुए प्रेरित
जिस तरह से महेशभाई घर में पौधे लगाते हैं उसी तरह से उनके चार मित्र भी उनसे प्रेरित हुए। वे भी पौधे घर में बड़ा करके उन्हें बाहर रोपने लग गए हैं। उनका कहना है कि पर्यावरण को बनाए रखने के लिए पौधों का होना जरूरी है।
जिस तरह से महेशभाई घर में पौधे लगाते हैं उसी तरह से उनके चार मित्र भी उनसे प्रेरित हुए। वे भी पौधे घर में बड़ा करके उन्हें बाहर रोपने लग गए हैं। उनका कहना है कि पर्यावरण को बनाए रखने के लिए पौधों का होना जरूरी है।
कोई नहीं हुआ कोरोना संक्रमित
महेशभाई के पुत्र त्रिलोक ने बताया कि इन दिनों कोरोना महामारी का प्रकोप है। ऐसे में लोग ऑक्सीजन के लिए दौड़धाम कर रहे हैं लेकिन उनके घर में अभी तक कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है। इतना ही नहीं घर में किसी तरह की दवाइयों की भी जरूरत नहीं होती है। इसका कारण वे घर में पेड़ पौधों से अनुकूल वातावरण बताते हैं। घर में पौधे होने से एसी की जरूरत भी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि हर दिन दो घंटे के जतन से यह सब संभव हो जाता है।
महेशभाई के पुत्र त्रिलोक ने बताया कि इन दिनों कोरोना महामारी का प्रकोप है। ऐसे में लोग ऑक्सीजन के लिए दौड़धाम कर रहे हैं लेकिन उनके घर में अभी तक कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है। इतना ही नहीं घर में किसी तरह की दवाइयों की भी जरूरत नहीं होती है। इसका कारण वे घर में पेड़ पौधों से अनुकूल वातावरण बताते हैं। घर में पौधे होने से एसी की जरूरत भी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि हर दिन दो घंटे के जतन से यह सब संभव हो जाता है।