‘सरदार पटेल की दूरदर्शिता नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक’ भावनगर यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डॉ. विद्युत जोशी ने कहा कि सरदार पटेल लोह पुरुष, कुशल संगठक और प्रशासक थे। देश की स्वतंत्रता में उनका योगदान स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया है। सरदार पटेल इतिहास लिखने में नहीं बल्कि इतिहास रचने में विश्वास रखते थे। गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति की ओर से एलिसब्रिज में एक हॉल में आयोजित कार्यक्रम में भावनगर यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डॉ. विद्युत जोशी सरदार पटेल के ऐतिहासिक तथ्यों पर संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की खासियत थी कि वे कभी पद के मोहताज नहीं थे। इसीलिए ही महात्मा गांधी ने सरदार पटेल से पूछा था कि आजाद भारत में आप कौन सा खाता लेना पसंद करेंगे तब पटेल ने कहा था कि लोटा-डोर लेकर चल दूंगा। प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर पूर्व सांसद नवीनचन्द्र रवाणी ने कहा कि 31 अक्टूबर कांग्रेस पाटी और राष्ट्र के लिए गौरव का दिवस है। सरदार पटेल और इंदिरा गांधी ने कांग्रेस का नेतृत्व किया था।