राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गांधीनगर के कोबा गांव में स्थित महावीर जैन आराधना केंद्र का भी दौरा किया। इस आराधना केंद्र में हस्तलिखित भारतीय पांडुलिपियों के बारे में जानकारी ली। केन्द्र में वर्षों पुरानी पांडुलिपियां हैं। इस दौरान राष्ट्रपति ने आचार्य पद्मसागरसूरीश्वर महाराज के साथ उनके २५ साल पुराने संबंधों को भी याद किया।
वर्ष १९९४ में रामनाथ कोविंद राज्यसभा के सदस्य बने थे तब पहली बार उनकी मुलाकात पद्मसागरसूरीश्वर से हुई थी। महावीर जैन आराधना केंद्र के दौरे के समय राज्यपाल और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द शनिवार रात को गुजरात के 2 दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। वे रविवार दोपहर बाद वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उन्हें राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हवाई अड्डे पर विदाई दी।