सामान्य तौर पर मूंगफली खरीदी के लिए दस दिनों की अवधि होती है, लेकिन बेमौसमी बारिश के कारण मंूगफली खरीदी स्थगित कर दी गई थी और साथ ही 16 दिनों की समय सीमा बढ़ाने की जरूरत आन पड़ी थी।
राज्य में मूंगफली की खरीदी 124 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य के हिसाब से आरंभ की गई। इसमें सुबह के एक घंटे में करीब 439 किसानों की मूंगफली खरीदे जाने की बात सामने आई।
राज्य में मूंगफली की बिक्री के लिए अब तक 4 लाख 71 हजार 460 किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। इस खरीदी में किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं रहे, इसके लिए नेफेड की ओर से जारी दिशानिर्देश और मापदंडों का अमल करने की सूचना दी गई है।
इन मापदंडों में सैम्पल में ली गई मूंगफली में 8 फीसदी से ज्यादा आद्र्रता की मात्रा होने पर उसे रिजेक्ट किया जाएगा। प्रत्येक किसानों की मंूगफली से 200 ग्राम का तीन सैंपल लेकर जांच की जा रही है।
नमूने वाली मूंगफली में बड़ी मंूगफली के दाने में 65 फीसदी, छोटी मंूगफली में 70 फीसदी, कचरे का मात्रा 2 फीसदी होना चाहिए जबकि नमूने में 2 फीसदी से कम मूंगफली खराब होनी चाहिए। मूंगफली में किसी भी तरह की मिलावट नहीं होने के लिए अलग-अलग किस्म की मूंगफली की मात्रा 4 फीसदी से कम होनी चाहिए।
राज्य में मूंगफली की खरीदी 124 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य के हिसाब से आरंभ की गई। इसमें सुबह के एक घंटे में करीब 439 किसानों की मूंगफली खरीदे जाने की बात सामने आई।
राज्य में मूंगफली की बिक्री के लिए अब तक 4 लाख 71 हजार 460 किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। इस खरीदी में किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं रहे, इसके लिए नेफेड की ओर से जारी दिशानिर्देश और मापदंडों का अमल करने की सूचना दी गई है।
इन मापदंडों में सैम्पल में ली गई मूंगफली में 8 फीसदी से ज्यादा आद्र्रता की मात्रा होने पर उसे रिजेक्ट किया जाएगा। प्रत्येक किसानों की मंूगफली से 200 ग्राम का तीन सैंपल लेकर जांच की जा रही है।
नमूने वाली मूंगफली में बड़ी मंूगफली के दाने में 65 फीसदी, छोटी मंूगफली में 70 फीसदी, कचरे का मात्रा 2 फीसदी होना चाहिए जबकि नमूने में 2 फीसदी से कम मूंगफली खराब होनी चाहिए। मूंगफली में किसी भी तरह की मिलावट नहीं होने के लिए अलग-अलग किस्म की मूंगफली की मात्रा 4 फीसदी से कम होनी चाहिए।