इससे पहले राज्य सरकार ने भूगर्भ जल स्तर कम होने की स्थिति में राज्य के 57 तहसीलों को डार्क जोन घोषित किया था। इसके साथ ही किसानों को खेती संबंधी बिजली कनेक्शन की मांग रखने वालों को अनिवार्य रूप से सूक्ष्म सिंचाई पद्धति अपनानी होती थी, लेकिन इस वर्ष मानसून में अपर्याप्त बारिश के कारण अकाल की परिस्थिति को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने यह निर्णय लिया है। यह स्थिति अगली घोषणा तक जारी रहेगी।