गुजरात में चार राज्यसभा सीटें हैं उनमें दो सीटें भाजपा और दो सीटें कांग्रेस के पास हैं। जहां भाजपा से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और केन्द्रीय कृषि मंत्री परसोत्तम रूपाला राज्यसभा सांसद हैं। वहीं कांग्रेस से अमीबेन याज्ञिक और नारण राठवा सांसद हैं। अब इनके राज्यसभा सांसद का कार्यकाल खत्म हो चुका है। फिलहाल गुजरात में कांग्रेस के 15 विधायक हैं। यह आंकड़ा राज्यसभा चुनाव के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में भाजपा के सभी प्रत्याशियों के निर्विरोध जीतना तय माना जा रहा है। हालांकि अभी तक भाजपा ने अपने प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारे हैं।
गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि हमारी पार्टी के पास विधायकों की पर्याप्त संख्या नहीं है। ऐसे में हमने राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी नहीं उतारने का निर्णय किया है।
देखा जाएगा तो गुजरात की 11 राज्यसभा सीट में से आठ सीटों पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है। जहां आठ पर भाजपा और तीन पर कांग्रेस के सांसद हैं। हालांकि 27 फरवरी को चुनाव होंगे, जिसमें यदि भाजपा के सभी चारों प्रत्याशी निर्विरोध चुने जाते हैं तो भाजपा के पास 10 राज्यसभा सांसद हो जाएंगे। कांग्रेस के पास सिर्फ शक्तिसिंह गोहिल के तौर पर एक राज्यसभा सांसद हैं। उनका कार्यकाल वर्ष 2026 तक है।