अमूल डेयरी के रामसिंह के नाम का प्रस्ताव बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर एल. चौधरी व पंचमहाल डेयरी के जेठाभाई के नाम का प्रस्ताव साबर डेयरी के चेयरमैन जेठाभाई पटेल ने रखा। निर्धारित समय सीमा में अन्य नामांकन पत्र ना आने और राज्य के सभी 18 दूग्ध संघों के चेयरमेन व निदेशकों की ओर से सर्वसम्मति जताई गई। इस पर दोनों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। कभी दूग्ध क्रांति के जनक डॉ. वर्गीय कूरियन कभी इस संस्था के संस्थापक रहे थे।
शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडास्मा ने दोनों को माला पहनाकर मुंह मीठा करवाया। चुडास्मा ने बताया कि फेडरेशन में सर्वसम्मति से पदाधिकारी चुनने की परम्परा जारी है और दोनों ही निर्वाचित पदाधिकारी फेडरेशन को विकास के मार्ग पर आगे ले जाकर किसानों के उत्थान के लिए काम करेंगे। नामांकन पत्र जमा करवाने के अंतिम समय तक अध्यक्ष पद के लिए शंकर एल. चौधरी का नाम चर्चा में रहने के बावजूद फेरबदल करने के बारे में उन्होंने बताया कि शंकर एल. चौधरी को भाजपा में महत्वपूर्ण पद देकर सेवाएं लेने की योजना के कारण अध्यक्ष का भार सौंपने के बजाए उनके स्थान पर रामसिंह परमार को फेडरेशन के अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से किया गया है।
उत्पादों की गुणवत्ता से समझौता नहीं : रामसिंह
फेडरेशन के अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद रामसिंह ने कहा कि फेडरेशन के उत्पादों की गुणवत्ता से कभी-भी समझौता नहीं किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की ओर से तैयार किए जा रहे उत्पादों के समान उत्पादों में उपयोग किए जा रहे विभिन्न घटकों को हलकी गुणवत्ता से नहीं बदला जाएगा। उन्होंने सभी निदेशकों के साथ व सहकार से किसानों के उत्थान के लिए व सभी को गुणवत्तायुक्त उत्पाद उपलब्ध करवाने और किसानों को उचित भाव दिलाने का आश्वासन भी दिया।
रामसिंह के बारे में :
गौरतलब है कि रामसिंह वर्ष 2003 से खेडा जिला दूध उत्पादक संघ लिमिटेड – अमूल डेरी के चेयरमैन हैं। साढ़े पांच हजार करोड़ से अधिक के वार्षिक कारोबार व 6 लाख दूध उत्पादक सदस्यों के वाला यह संघ राज्य में बड़े दूध उत्पादक संघों में दूसरे स्थान पर है। खेडा जिले में ठासरा से वर्ष 2012 में कांग्रेस विधायक चुने गए रामसिंह इस वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हुए थे।
शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडास्मा ने दोनों को माला पहनाकर मुंह मीठा करवाया। चुडास्मा ने बताया कि फेडरेशन में सर्वसम्मति से पदाधिकारी चुनने की परम्परा जारी है और दोनों ही निर्वाचित पदाधिकारी फेडरेशन को विकास के मार्ग पर आगे ले जाकर किसानों के उत्थान के लिए काम करेंगे। नामांकन पत्र जमा करवाने के अंतिम समय तक अध्यक्ष पद के लिए शंकर एल. चौधरी का नाम चर्चा में रहने के बावजूद फेरबदल करने के बारे में उन्होंने बताया कि शंकर एल. चौधरी को भाजपा में महत्वपूर्ण पद देकर सेवाएं लेने की योजना के कारण अध्यक्ष का भार सौंपने के बजाए उनके स्थान पर रामसिंह परमार को फेडरेशन के अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से किया गया है।
उत्पादों की गुणवत्ता से समझौता नहीं : रामसिंह
फेडरेशन के अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद रामसिंह ने कहा कि फेडरेशन के उत्पादों की गुणवत्ता से कभी-भी समझौता नहीं किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की ओर से तैयार किए जा रहे उत्पादों के समान उत्पादों में उपयोग किए जा रहे विभिन्न घटकों को हलकी गुणवत्ता से नहीं बदला जाएगा। उन्होंने सभी निदेशकों के साथ व सहकार से किसानों के उत्थान के लिए व सभी को गुणवत्तायुक्त उत्पाद उपलब्ध करवाने और किसानों को उचित भाव दिलाने का आश्वासन भी दिया।
रामसिंह के बारे में :
गौरतलब है कि रामसिंह वर्ष 2003 से खेडा जिला दूध उत्पादक संघ लिमिटेड – अमूल डेरी के चेयरमैन हैं। साढ़े पांच हजार करोड़ से अधिक के वार्षिक कारोबार व 6 लाख दूध उत्पादक सदस्यों के वाला यह संघ राज्य में बड़े दूध उत्पादक संघों में दूसरे स्थान पर है। खेडा जिले में ठासरा से वर्ष 2012 में कांग्रेस विधायक चुने गए रामसिंह इस वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हुए थे।