मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त मनोज अग्रवाल एवं जेसीपी खुरशीद अहमद भी जुड़े थे। दोनों अधिकारियों व डीसीपी रवि मोहन सैनी, डीसीपी मनोहरसिंह जाडेजा, एसीपी (क्राइम) जे. एच. सरवैया, जोन-१ के पुलिस थानों के सभी एसीपी, पीआई एवं उनकी टीमों ने वारदात के बाद २४ घंटों के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसओजी एवं क्राइम ब्रांच की टीमें भी तलाश में जुड़ी थी। सभी के संयुक्त ऑपरेशन में आरोपी को शनिवार देर रात को ही दबोच लिया।
जांच के लिए २० टीमें बनाई थी पुलिस आयुक्त अग्रवाल ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए २० टीमें बनाई थी। पुलिस आयुक्त ने डीसीबी पुलिस थाना एवं एसओजी टीम को १५ हजार, थोराला पुलिस थाने के अधिकारी व टीम को १५ हजार एवं सीसीटीवी कमांड एंड कट्रोल रूम के कर्मचारियों को १५ हजार रुपए की ईनाम देने की घोषणा की।
कोई वकील नहीं लड़ेगा आरोपी का केस
राजकोट बार एसोसिएशन की ओर से रविवार को महत्वपूर्ण घोषणा की गई है, जिसमें सर्व सहमति से निर्णय किया गया है कि बलात्कार के आरोपी का केस कोई वकील नहीं लड़ेगा। आरोपी को कड़ी सजा हो और भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं नहीं बनें, इसके लिए यह निर्णय लिया गया है।
राजकोट बार एसोसिएशन की ओर से रविवार को महत्वपूर्ण घोषणा की गई है, जिसमें सर्व सहमति से निर्णय किया गया है कि बलात्कार के आरोपी का केस कोई वकील नहीं लड़ेगा। आरोपी को कड़ी सजा हो और भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं नहीं बनें, इसके लिए यह निर्णय लिया गया है।
पीडि़ता के परिजनों को ११ हजार राजकोट शहर के वार्ड-११ के कांग्रेस पार्षद विजय वांक की ओर ेस पीडि़ता के परिजनों को ११ हजार रुपए दिए जाएंगे।