कुख्यात और उनके गुर्गे रात के अंधेरे में राजधानी में आते हैं और रात में भी शहर छोड़ते हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा एटीएस और एसओजी की गिरफ्त में आए राजू ठेहट के खास राजदार 50 हजार रुपए के इनामी भंवर छपरा और 5 हजार के इनामी मनोज ओला ने पूछताछ में किया है।
इसलिए रात में खुले घूमते हैं आनंद, पाल पीछे से रहे गुर्गे..
एटीएस और एसओजी अधिकारियों के मुताबिक, राजधानी से कुख्यात आनंदपाल के गुर्गे और राजू ठेहट के अधिकतर गुर्गे देर रात ही गिरफ्तार हुए हैं।
पूछताछ में सभी ने दो चौंकाने वाले खुलासे किए। अपराधियों का कहना है कि पहला यह कि रात में उन्हें पहचाने जाने का खतरा कम रहता है, क्योंकि रात में लोग घरों में होते हैं। दूसरा यह है कि रात में पुलिस की गश्ती भी सुस्त होती है।
कई एेसे प्वाइंट हैं, जहां से गलियां या अंदरूनी रास्तों से आसानी से हाइवे पर आ-जा सकते हैं। गिरफ्तार भंवर और मनोज ने भी यही दो बातें बताईं।
दोनों ने कबूला है कि अक्सर अंधेरा होने पर ही राजधानी में एण्ट्री करते थे और जाते भी रात होने पर थे।