सामान्य गर्भवती महिलाओं का पूर्ववत उपचार अलग वार्ड में डॉ. गोखले व डॉ. शाह के अनुसार दोनों अस्पतालों में कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से सुरक्षित दूरी पर प्रसव कक्ष, ऑपरेशन थियेटर व वार्डों की व्यवस्था की गई है। पहले से स्थित वार्डों में सामान्य गर्भवती महिलाओं का पूर्व की भांति उपचार किया जा रहा है। ओपीडी में भी जांच के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंस रखने समेत आवश्यक सावधानियों के बारे में मार्गदर्शन दिया जा रहा है।
पहली दो लहरों से लिया सबक बड़ौदा मेडिकल कॉलेज की अधिष्ठाता डॉ. तनुजा जावड़ेकर, सयाजी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रंजनकृष्ण अय्यर के निर्देशन में कोरोना की पहली दो लहरों से तीसरी लहर से पहले ही सबक लिया है। निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित महिलाओं के प्रसव की सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने अथवा काफी महंगी होने के चलते उस समय आवश्यकता व उसके अनुरूप कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए व्यवस्थाएं की गई। बेहतर परिणामों को ध्यान में रखकर तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर ऐसी महिलाओं के लिए उपचार व सुरक्षित प्रसव के लिए अलग वार्ड समेत अलग व्यवस्थाएं की गई, उनके परिणामस्वरूप 27 सुरक्षित प्रसव हुए हैं।