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सबसे सुरक्षित सफर कराने में गुजरात एसटी अव्वल

locationअहमदाबादPublished: Jan 17, 2021 10:03:35 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

safty tour, Gujarat, ST, road safty award, Gujarat state, corporation: एक लाख किलोमीटर पर दुर्घटना की दर है महज 0.06 फीसदी, ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर्स रोड सेफ्टी अवार्ड पाने में लगाई हैट्रिक
 

सबसे सुरक्षित सफर कराने में गुजरात एसटी अव्वल

सबसे सुरक्षित सफर कराने में गुजरात एसटी अव्वल

पुष्पेन्द्र सिंह

गांधीनगर. गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (एसटी निगम) की बसें यात्रियों को सबसे सुरक्षित सफर कराने के मामले में देशभर में अव्वल रही है। एक लाख किलोमीटर पर होने वाली दुर्घटना में सबसे कम महज ०.०६ प्रतिशत की दर गुजरात एसटी बसों की है। ये स्थिति तब है जब गुजरात एसटी की बसें प्रतिदिन ३५ लाख किलोमीटर का सफर तय करती हैं। हर दिन २५ लाख यात्री इन बसों में सफर करते हैं।
भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के एसोसिएशन ऑफ स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग की ओर से गुजरात एसटी निगम को लगातार तीसरी बार इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किया है। एसटी निगम को 7500 फ्लीट की सर्विस श्रेणी में प्रति 1 लाख किलोमीटर पर सुरक्षित और सलामत तथा न्यूनतम दुर्घटना के साथ बस सेवा प्रदान करने पर एसटी को वर्ष 2019-20 और 2020-21 के लिए यह अवार्ड दिया गया है। इससे पूर्व वर्ष 2018-19 का ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर्स रोड सेफ्टी अवार्ड भी गुजरात एसटी निगम को मिल चुका है।
गुजरात में बीते एक दशक में प्रति एक लाख किलोमीटर पर दुर्घटना की दर में काफी सुधार हुआ है। वर्ष २००९-२०१० में यह दर ०.११ प्रतिशत थी जो दस साल में २०१९-२०२० में घटकर ०.०६ प्रतिशत रह गई है।
आज मिलेगा अवार्ड
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी नईदिल्ली में 18 जनवरी सोमवार को होने वाले समारोह में एसटी निगम को विजेता ट्रॉफी और 2 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान करेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के नेतृत्व में गुजरात की गौरव गाथा में एक और अध्याय जुड़ गया।
मुख्यमंत्री भी डेशबोर्ड से करते हैं निगरानी
गुजरात एसटी को सुरक्षित बस सेवा बनाने के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की ओर से सीएम डैशबोर्ड के जरिए एसटी सेवाओं पर सीधी निगरानी रखी जाती है। इसके चलते एसटी बसों की दुर्घटना में कमी दर्ज की गई है।
ट्रेनिंंग, सुरक्षा बैठक, मेडिकल जांच से पाया मुकाम
अवार्ड पाने में हैड्रिक लगाने की वजह है पुरानी दुर्घटनाओं और दुर्घटना दर का विश्लेषण करके ड्राइवरों को दिया जाने वाला प्रशिक्षण। सेफ्टी मास्टर ट्रेनर की नियुक्ति। ड्राइवरों की आंखों की जांच, ब्लडप्रेशर, सुगर लेवर की जांच, मेडिकल चेकअप कराना। ओवरस्पीडिंग, मैकेनिकल ब्रेकडाउन पर निगम के कमांड एवं कंट्रोल सेंटर से निरंतर नजर रखी जाती है। जिस डिपो में दुर्घटना और मौत की संख्या शून्य होती है उसे सम्मानित किया जाता है।
-के.डी.देसाई, प्रवक्ता, जीएसआरटीसी
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