दमण. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत मोटी दमण की श्रद्धा और उर्वी महिला मंडल ने पापड़ के लघु गृह उद्योग की शुरुआत कर आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ाया है। जिला पंचायत ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत दमण की स्वयं सहायता समूह सखी मंडल को पिछले समय में कई प्रदेश की यात्रा करवाई। यात्रा के दौरान मंडल सदस्य महिलाओं ने देखा कि छोटे कामकाज से भी आत्मनिर्भर बन सकते है। उर्वी महिला मंडल और श्रद्धा महिला मंडल ने आपस में एकत्र होकर इस दिशा में कार्य शुरू किया है और उन्हें सफलता भी मिल रही है। अन्नपूर्णा गृह उद्योग की रश्मिता धोड़ी ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत वे हैदराबाद, कापरडा, कुरुक्षेेत्र की यात्रा पर गई और वहां उन्होंने यह सब कार्य देखे। उनसे प्रेरित होकर सखी मंडल ने पापड़ उद्योग शुरू किया है। यहां पर उड़द, लाल मिर्च पापड़, चकरी, अचार और स्थानीय नागली के पापड़ भी बनाए जा रहे है। झरी चेकपोस्ट के पास ही महिलाएं घर में एकत्र होकर पापड़ बनाती है और घर के निकट झरी-कच्चीगांव रोड पर स्टॉल लगाकर रोज बेचती है। सुबह के बनाए पापड़ दोपहर तक बिक भी जाते हैं। मंडल की मनीषा धोड़ी ने बताया कि साहस के साथ यह गृह उद्योग शुरू किया है और अब सफलता मिल रही है। 7 माह के अंतराल में गृह उद्योग ने अपनी एक पहचान बनाई है। दमण प्रशासन भी समूह को सहायता कर रहा है।
सामने बनाते हैं यह पापड़ स्टॉल पर पापड़ खरीदने आए भूपेन्द्र टंडेल ने कहा कि बाजार से कम भाव में पापड़ यहां मिल जाते हैं और यह आंखों के सामने बनाए जाते हैं। जिससे किसी प्रकार का मिलावट की शंका नही रहती है।