छह बार की थी रेकी :
प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने बताया कि लूट की वारदात को अंजाम देने से पूर्व छह बार रेकी की थी। दोनों खास मित्र हैं और हरेश के प्लान के मुताबिक लूट से पहले छह बार कर्मचारी की रेकी की थी। साथ ही पहचान नहीं सके, इसके लिए कर्मचारी की आंखों में मिर्च पाउडर डाल दिया था। लूट के बाद दोनों गोंडल चौकड़ी से आजीडेम चौकड़ी पहुंचे, जहां से चोटीला होकर सुरेन्द्रनगर व बाद में अहमदाबाद पहुंच गए थे।
यह था मामला :
उल्लेखनीय है कि गोंडल चौकड़ी के निकट हुंडाई शोरूम के कर्मचारी दिलीप चौहान १५ मई को कम्पनी के रुपए को बैंक में जमा कराने के लिए बाइक पर जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में अज्ञात दो जनों ने उनकी आंखों में मिर्च पाउडर डाला और रुपए से भरे बैग को लूट ले गए थे, जिसमें ६ लाख २४ हजार ७७५ रुपए व आठ चेक थे। पुलिस ने लूट की गुत्थी सुलझाने के लिए चार टीमे बनाई थी और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
फैक्ट्री संचालकों ने की बैंक के चौकीदार पर फायरिंग, बचाव
राजकोट. जिले में पडधरी के निकट अडबालका रोक स्थित कारखाने के दो संचालकों ने बैंक के चौकीदार पर दो राउंड फायरिंग की, लेकिन निशाना चूकने के कारण चौकीदार का बचाव हो गया। पुलिस ने हमलावर दोनों को पकड़ लिया।
पडधरी पुलिस के अनुसार ऋण जमा नहीं कराने पर अडबालका रोड स्थित आर्यन बिटीस कारखाने को राजकोट नागरिक बैंक ने कब्जे में ले लिया है, जहां बैंक की ओर से पडधरी तहसील के जोधपर गांव निवासी अनिरुद्धसिंह जाडेजा (३८) को चौकीदार के रूप में तैनात किया था। इस दौरान कारखाने के संचालक व मोवैया गांव निवासी शैलेश तळपदा व हरेश दोंगा बुधवार रात को कारखाने पर पहुंचे और अनिरुद्ध पर हमला कर दिया। बाद में शैलेश ने रिवॉल्वर से दो राउंड फायरिंग की, लेकिन निशाना चूकने के कारण अनिरुद्ध का बचाव हो गया।
राजकोट. जिले में पडधरी के निकट अडबालका रोक स्थित कारखाने के दो संचालकों ने बैंक के चौकीदार पर दो राउंड फायरिंग की, लेकिन निशाना चूकने के कारण चौकीदार का बचाव हो गया। पुलिस ने हमलावर दोनों को पकड़ लिया।
पडधरी पुलिस के अनुसार ऋण जमा नहीं कराने पर अडबालका रोड स्थित आर्यन बिटीस कारखाने को राजकोट नागरिक बैंक ने कब्जे में ले लिया है, जहां बैंक की ओर से पडधरी तहसील के जोधपर गांव निवासी अनिरुद्धसिंह जाडेजा (३८) को चौकीदार के रूप में तैनात किया था। इस दौरान कारखाने के संचालक व मोवैया गांव निवासी शैलेश तळपदा व हरेश दोंगा बुधवार रात को कारखाने पर पहुंचे और अनिरुद्ध पर हमला कर दिया। बाद में शैलेश ने रिवॉल्वर से दो राउंड फायरिंग की, लेकिन निशाना चूकने के कारण अनिरुद्ध का बचाव हो गया।
यह रहा कारण!
प्रारंभिक जांच के अनुसार शैलेश व हरेश ने राजकोट नागरिक बैंक से एक करोड़ रुपए का ऋण लिया था, ऋण की भरपाई नहीं होने के कारण बैंक ने आर्यन बिटस कारखाने को कब्जे में ले लिया और उसपर अपना चौकीदार बिठा दिया था। इस दौरान पडधरी से दो किलोमीटर दूर स्थित कारखाने पर गैरकानूनी कब्जा करने के लिए दोनों पहुंचे और चौकीदार पर हमला किया।