90 एस्केलेटर व 30 लिफ्ट लगेंगी पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर ने बताया कि इंडियन रेलवे स्टेशन डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (Indian railway development corporation), गुजरात राज्य परिवहन निगम तथा सूरत म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने सूरत इंटिग्रेटेड ट्रांसपोर्टेशन कम्पनी का गठन किया गया है। इस स्टेशन के पुनर्विकास परियोजना भौगोलिक एवं आर्थिक रूप से काफी महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है। यह रेलवे स्टेशन भवन करीब 55374 वर्गमीटर में बनेगा। कॉनकोर्स के प्रत्येक ओर 100 मीटर तक मौजूद सभी रेलवे ट्रैकों के ऊपर 16400 वर्ग मीटर की स्पेस फ्रेम रूफिंग और करीब 10800 वर्ग मीटर तक प्लेटफॉर्म शेल्टर रूफिंग होगी। करीब चार हज़ार वर्गमीटर के प्लेटफार्म फर्श पर ग्रेनाइट लगाया जाएगा। बाद में स्टेशन पर पार्किंग के लिए करीब 750 कार स्पेस की आवश्यकता होगी। यह पार्किंग व्यवस्था स्टेशन भवन के पूर्व-पश्चिम छोर के नजदीक की जायेगी। मौजूदा सबवे और मौजूदा स्टेशन भवन का भूतल पार्सल सेवाओं के लिए उपयोग में लाया जाएगा। रेलवे स्टेशन, बस टर्मिनल (bus terminal) और वाणिज्यिक क्षेत्र के मध्य स्कायवॉक की कनेक्टिविटी 4290 वर्ग मीटर की होगी। इस मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्टेशन हब में 90 एस्केलेटर (Escalotors) और 30 एलीवेटर्स (लिफ्ट) बनेंगे। इसके साथ-साथ यात्रियों के आने-जाने की व्यवस्था भी अलग-अलग की जाएगी, ताकि इस हब पर भीड़ प्रबंधन में सहायता मिले। प्रतीक्षालयों एवं यात्रियों के बैठने की व्यवस्था को दूसरी मंजिल पर होगी। शौचालय, टिकट काउंटर, पूछताछ काउंटर, क्लॉक रूम, पार्सल सुविधा, चिकित्सा कक्ष, प्रीपेड टैक्सी एवं सुरक्षा बल कक्ष जैसी सुविधाओं को भी उच्च दर्जे तक अपग्रेड किया जाएगा।
लाइटिंग टावर लगेगा स्टेशन भवन के अग्रभाग को आकर्षक बनाया जाएगा। परिसर में लाइटिंग टावर लगाया जाएगा ताकि स्टेशन रोशनी से जगमग नजर आए। सभी प्लेटफॉर्म के लिए आधुनिक प्रकाश व्यवस्था भी की जायेगी। वॉटर बूथों एवं पे एंड यूज शौचालयों का भी नवीकरण होगा। यात्रियों की सुविधा एवं आराम के लिए प्रतीक्षालयों एवं विश्रामालयों में आधुनिक एवं आरामदेह फर्नीचरों की व्यवस्था की जाएगी।