तीसरी बार हुई वारदात सीतारामजी मंदिर में यह चोरी की तीसरी वारदात है इससे पहले भी चोरों ने वर्ष 2011 व वर्ष 2009 में चोरी के प्रयास किये थे लेकिन दोनों बार ही कामयाब नहीं हो पाये। इस बार भी चोरों ने पास के बालाजी मंदिर से त्रिशूल चुराया तथा दीवार फांदकर सीतारामजी मंदिर में प्रवेश किया तथा वारदात को अंजाम दिया लेकिन त्रिशूल मंदिर के दरवाजे में ही फंस गया। जिसके कारण वे मंदिर को खोलने में कामयाब नहीं हो पाए।