इस दौरान वहां पर सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था और काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। इस दौरान जैसे ही पुलिस ने आरोपित को पकडऩा चाहा लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। मौका देखकर आरोपित और उसके सहयोगी भी फरार हो गए। इस दौरान थानाप्रभारी सहित आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
नहीं दी थी सूचना
धोरीमन्ना थाना पुलिस ने आरोपित को पकडऩे से पहले जालोर पुलिस अधीक्षक व सरवाना थाना पुलिस को सूचना नहीं दी थी। चौकी में नहीं था कोई
धोरीमन्ना थाना प्रभारी सुरेश सारण ने बताया कि सरवरना थाना की पुलिस चौकी का जाप्ता लेने गए थे लेकिन चौकी में कोई था नहीं इसके चलते सीधे ही फिर आरोपित को पकडऩे के लिए मौके पर जाना पड़ा।
ग्रामीणों ने कहा पुलिस ने की फायरिंग
इधर, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि धोरीमन्ना थाना प्रभारी फायरिंग करते हुए रात के समय घर में घुस गए। वहीं महिलाओं के साथ पुलिस टीम की ओर से बदसलूकी की गई।
आरोपित के लालजी की डूंगरी में होने की सूचना मिली थी। ऐसे में टीम तत्काल दबिश देने के लिए पहुंची। ऐसे में जालोर पुलिस को सूचना नहीं दे पाए थे।
सुरेश सारण- थाना प्रभारी, धोरीमन्ना
अपराधियों को पकडऩे के दौरान या फिर किसी उपद्रव में कानून व्यवस्था बनाने के लिए गई पुलिस पर हमलों में जयपुर कमिश्ररेट और अन्य जिले पीछे नहीं है। जयपुर कमिश्नरेट में गत दो वर्ष के आंकड़ों पर गौर करें तो 71 बार पुलिस पर हमले हुए। इनमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
वर्ष 2015 में 35 और वर्ष 2016 में 36 बार पुलिस पर हमले की वारदात हुई। हालांकि पुलिस ने अधिकांश वारदात में आरोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
जयपुर में भी हुई घटना
– प्रताप नगर क्षेत्र में दिन-दहाड़े उग्र भीड़ दौसा पुलिस पर हमला करके फर्जी शैक्षणिक प्रमाण-पत्र के आरोपित सरपंच पति को छुड़ाकर ले गई।
– शिवदासपुरा में पुलिस पर पेट्रोल बम से हमला किया गया।
– सांगानेर सदर में अपराधी को पकडऩे गई पुलिस पर हमला । उसके परिजनों ने पथराव कर पुलिस के चंगुल से अपराधी को मुक्तकरवा भगा दिया। इसके अलावा भरतपुर
नगर थाने के गांव आरसी में गत 8 जनवरी को इनामी आरोपित रत्नू गुर्जर को पकडऩे गई पुलिस पर अचानक हमला हो गया है। गोली लगने से एक कांस्टेबल घायल हो गया।
जवाबी फायरिंग में रत्नू गुर्जर गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी बाद में मौत हो गई। जुरहरा थाने के गांव भंडारा में गत 14 फरवरी को वांछित अपराधी नफरू मेव को पकडऩे गई पुलिस पर परिजनों ने फायरिंग व पथराव कर दिया।
घाटमीका में गत 17 फरवरी को गोतस्करी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जहां गोतस्करों ने पुलिस दल पर पथराव कर दिया।
जोधपुर अगस्त : यातायात पुलिस के जवान से मारपीट।
10 दिसम्बर : धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले आरोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भीड़ ने पुलिस जीप में तोडफ़ोड़ की, बल्कि पुलिस पर भी पथराव किया। कोटा रामगंजमंडी विधायक के पति द्वारा थाने में घुसकर सीआई को चांटा मारने तथा पुलिस की ओर से विधायक से दुव्र्यवहार करने के मामले में तूल पकड़ लिया है। कोटा सहित प्रदेश के कई इलाकों में पुलिसकर्मियों ने मैस का बहिष्कार किया। इस दौरान कोटा में विरोध प्रदर्शन भी हुए।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र में कई जगह चक्का जाम भी किया। वहीं जयपुर में मालवीयनगर, जवाहर सर्किल और खो-नागोरियान थाने में पुलिसकर्मियों ने कोटा पुलिस का साथ देने की बात कही। कहा, मैस का बहिष्कार ठीक नहीं है।
डूंगरपुर 9 जून 2016 – स्थायी वारंटी की तलाश में गई पुलिस पर हमला, 2 कांस्टेबल घायल हुए थे।
14 अक्टू. 16- दुर्घटना के मामले को लेकर कांस्टेबल टूण्डाराम व जयंतिलाल पर हमला।
31 अक्टू. 16- नाकाबंदी के लिए लगाए गए बेरीकेट्स तोड़ पांच लोगों ने पुलिसकर्मियों को धमकाया। 12 दिसं. 16- दुर्घटना के मामले में पुलिसकर्मी पर पगारा पर चार लोगों ने हमला किया। 18 दिसं. 16 – नाकाबंदी के दौरान शराब तस्कर को पकड़ा तो कांस्टेबल पर दराती से हमला।