script२० साल पहले गुजरे दंपत्ति के नाम ५८ लाख के शेयर किए ट्रांसफर | Two man cheated 58 lakh, fir register in Navrangpura | Patrika News
अहमदाबाद

२० साल पहले गुजरे दंपत्ति के नाम ५८ लाख के शेयर किए ट्रांसफर

पता चलने पर पुत्र ने दर्ज कराई प्राथमिकी
 

अहमदाबादAug 30, 2018 / 12:27 am

nagendra singh rathore

fraud

२० साल पहले गुजरे दंपत्ति के नाम ५८ लाख के शेयर किए ट्रांसफर

अहमदाबाद. २० साल पहले गुजर चुके दंपत्ति के नाम के फर्जी कागजात तैयार करके उनके नाम के फर्जी मतदाता पहचान-पत्र, पानकार्ड बनवाकर बैंकों में एकाउंट और डीमेट एकाउंट खुलवाकर उसमें दंपत्ति के नाम के असली ५८ लाख रुपए के शेयर ट्रांसफर करके ठगी और विश्वासघात करने का मामला सामने आया है। दंपत्ति के पुत्र को इसके रुपए नहीं मिलने और उनके माता-पिता के नाम पर गई ठगी का पता चलने पर मनीष थराणी व राजेश शाह के विरुद्ध नवरंगपुरा थाने में बुधवार को ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
कॉमर्स छह रास्ते के समीप रहने वाले अहमदाबाद महानगर पालिका के पूर्व एडिशनल सिटी इंजीनियर जतिन महेता (६९) ने दर्ज कराई प्राथमिकी में बताया कि उनके पिता नटवरलाल महेता का वर्ष १९९९ में निधन हो गया है, जबकि माता सुमित्राबेन उससे पहले१९९३ में गुजर गई हैं। फरवरी २०१७ में वह कालूपुर राजा महेता की पोल में माता जी के दर्शन को गए तब उन्हें उनके पड़ोसी ने उनके पिता के नाम का एक पत्र दिया, जिसमें १० हजार रुपए का चेक था और ब्यौरा था कि उनके पिता के नाम के एशियन पेंट्स लिमिटेड के ४६०० शेयर हैं। राजा महेता पोल में उनका पुश्तैनी मकान था। इस पत्र और उसमें आए शेयर व उसका ब्यौरा जतिनभाई ने उनके भाई और बहनों में ट्रांसफर कराने के लिए उनके मित्र मनीष थराणी को सौंप दिया। मनीष थरानी ने कुछ दिनों के बाद राकेश शाह से बात कराई और राकेश शाह ने शेयर ट्रांसफर करने के लिए ४० प्रतिशत राशि की मांग की जिससे जतिनभाई ने उनके जरिए शेयर ट्रांसफर कराने से इनकार कर दिया। इस बीच जतिन भाई ने एशियन पेंट्स कंपनी को पत्र लिखकर डुप्लीकेट शेयर की कॉपी मांगी। जिस पर उन्हें कंपनी के रजिस्टर एजेंट ने बताया कि सभी शेयर उन्हीं के पिता के नाम से खुले एक नए एकाउंट में एंजल ब्रोकिंग की ऑफिस सीजी रोड के पते पर ट्रांसफर कर दिए हैं। एंजल ब्रोकिंग से पता चला कि जिन दस्तावेजों के आधार पर उनके पिता के नाम से एकाउंट खुलवाया है वह दस्तावेज जतिनभाई के माता-पिता के नाम के फर्जी हैं। इसकी जांच करने का पता चलने पर मनीष थराणी ने फोन करके कहा कि पुलिस केस ना करें वह रुपए लौटा देंगे। राकेश ने भी ऐसा ही बात दोहराई और दोनों ने फर्जी दस्तावेज से शेयर ट्रांसफर कराने का आरोप कबूला। प्रति शेयर १२०० की कीमत थी। लेकिन काफी दिनों तक रुपए नहीं लौटाए। रुपए चुकाने के लिए दिए चेक बाउंस होने लगे और रुपए मिलने पर जतिनभाई ने दोनों के विरुद्ध ठगी का मामला दर्ज कराया है।
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