वडोदरा जिला कलक्टर शालिनी अग्रवाल की पहल और प्रेरणा से अहमदाबाद से आने वाले यात्री जब अमितनगर के निकट पहुंचते हैं तो तुरंत ही वडोदरा शहर की कला और संस्कृति की झलक अमितनगर ब्रिज पर देखने को मिलने लगती हैं।
पारुल यूनिवर्सिटी की फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर के विद्यार्थियों ने 1500 फीट में वडोदरा की सांस्कृतिक विरासत, स्थापत्य को उकेरा है। वडोदरा कलक्टर ने महानगरपालिका की सहमति से पारुल यूनिवर्सिटी के सहयोग से इस धरोहर को उकेरा गया।
प्रोजेक्ट के संयोजक और जिला आयोजन अधिकारी जितेन्द्र रावल ने कहा कि शहर की कला और संस्कृति से यात्रियों को रूबरू कराने का यह अनोखा प्रयास है। वडोरा महानगरपालिका ने हर जरूरी सहमति देकर सहयोग दिया।
यूनिवर्सिटी की स्थापत्य शाखा के 30 विद्यार्थियों ने फेब्रिकेशन पर सीमेंट सीट की मदद से 1५00 फीट लम्बी कलाकृत को बनाकर लगाया है। यह करीब एक माह में तैयार की गई। कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के एक दिन पहले ही यह पूरा हुआ।
पारुल यूनिवर्सिटी के स्थापत्य संकाय के डीन भाग्यजीत रावल ने कहा कि वडोदरा की मुख्य विरासत लक्ष्मी विलास पैलेस, इंडो इस्लामिक स्मारक, ईएमई टैम्पल जैसे अत्याधुनिक और तकनीक के समन्वय से बना मंदिर, गरबा, उत्तरायण को भी उकेरा गया है। वहीं वडोदरा के अलग-अलग स्थान, फ्लायओवर जंक्शन को भी संस्थाओं के सहयोग से उकेरा है।