रसद प्रवर्तन निरीक्षक हेमंत आर्य ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अस्पताल रोड पर एक साथ पन्द्रह गैस सिलेंडर जमीन पर रखे हुए मिले, जबकि एक साथ इन भरे हुए सिलेंडर को जमीन पर नहीं रखा जा सकता। इस सम्बन्ध में पूछताछ की तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
ऐसे में इनको अवैध भंडारण मानते हुए सभी सिलेंडर जब्त करने की कार्रवाई की गई। रसद निरीक्षक ने बताया कि सभी सिलेंडर दिव्या गैस एजेंसी के सुपुर्द कर दिए और कपिश गैस एजेंसी के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर जिला रसद अधिकारी को भेजी जाएगी।
वहीं दूसरी ओर कपिश गैस एजेन्सी के संचालक तरूण दाधीच ने बताया कि सिलेंडर परिवहन में लगे टेम्पों के टायर पंचर हो गए थे और सिलेंडर नीचे उतारे गए। इसी बीच रसद विभाग ने कार्रवाई कर दी। जवाब दे दिया जाएगा।
नहीं हो रही प्रभावी कार्रवाईशहर में अवैध रिफलिंग व रसोई गैस सिलेंडर के व्यावसायिक उपयोग के मामले थम नहीं रहे हैं। गत वर्ष हुए हादसे के बाद भी लोगों ने सबक नहीं लिया। गत दिवस एक वैन में आग लगी और एक बड़ा हादसा टल गया। इसके बावजूद रसद विभाग की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
यही कारण है कि इन अवैध काम करने वालों के हौंसले बुलंद है। हालांकि रसद निरीक्षक हेमंत आर्य का दावा है कि अवैध रिफलिंग व दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ नियमित कार्रवाई की जा रही है और बुधवार को भी सम्भावित ठिकानों पर दबिश दी गई, लेकिन सफलता नहीं मिली।