scriptपहले फेज में यूनिवर्सिटी में बनेगा 200 बेड का कोविड केयर अस्पताल | 200-bed Covid Care Hospital to be built in university in first phase | Patrika News
अजमेर

पहले फेज में यूनिवर्सिटी में बनेगा 200 बेड का कोविड केयर अस्पताल

तीन माह तक संचालन पर 1.10 करोड़ होंगे खर्चदवाइयों का खर्च अलग, सामान खरीद के लिए कमेटी बनाई

अजमेरMay 13, 2020 / 09:11 pm

bhupendra singh

corona positive report after discharge is due to dead cells in lungs

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अजमेर. कोराना वायरस कोविड-19 संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए डेडिकेटड कोविड सुविधाओं युक्त 200 बेड का अस्पताल पहले फेज में एमडीएस यूनिवर्सिटी में बनाया जाएगा। इस अस्पताल को तीन माह तक संचालित करने पर 1.10 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें मरीजों के दवाई आदि पर होने वाला खर्च शामिल नहीं है। जिला प्रशासन के निर्देश पर चिकित्सा विभाग ने एमडीएस यूनिवर्सिटी,विधि विज्ञान प्रयोगशाला भवन तथा जयपुर रोड पर आयुर्वेद भवन का चयन किया है। पहले फेच में एमडीएस यूनिवर्सिटी में 200 बेड का अस्पताल बनाए जाने को उचित माना गया है। इसके बाद आवश्यकतानुसार आयुर्वेद भवन में 175 तथा विधि विज्ञान प्रयोशाला भवन में 125 सहित जिले में कुल 500 बेड के डेडिकेटड कोविड सुविधाओं युक्त अस्पताल बनाया जा सकता है।
चिकित्सा विभाग दे चुका है निर्देश
कोराना वायरस कोविड-19 संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख शासन सचिव रोहित कुमार सिंह ने त्री स्तरीय सुविधाओं की तैयारी केआदेश दिए थे। आंकड़ों के अनुसार करीब 70 प्रतिशत पॉजिटिव केसेज में या तो हल्के लक्षण या लक्षण नहीं पाए जाते है। ऐसे केसेज के लिए प्रत्येक जिले में आवश्यकतानुसार 500 से 1000 आइसोलेशन बेड के कुल क्षमता वाले डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था के गाइड लाइन जारी की थी साथ ही पालना के निर्देश दिए थे।
यह पड़ेगी जरूरी

मरीजों को कोविड सेंटर में सुबह व शाम खाना,चाय,नाश्ता,बिस्कुट,फल,वाटर कैम्पर,टावेल,बकेट, मग, साबुन नहाने,साबुन कपड़े धोने, डिश वास,टूथपेस्ट, टूथ ब्रश,हेयर ऑयल, कंघी, वाटर जग, टीवी वायरिंग सहित,बड़ा शीशा, सीसीटीवी कैमरा, कूलर, माइक सिस्टम, सिविल वर्क, इलेक्ट्रिक चार्ज तथा सेनीटेशन की आवश्यता होगी। भवन की सिविल, पानी व बिजली की मरम्मत आदि पर राशि खर्च की जाएगी। आवश्यक सामान की खरीद के लिए एडीएम, सीईओ जिला परिषद, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम व एडीए के अधिकारियों की एक कमेटी बनाई गई है।
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