बिजली चोरी के मामले में 4 करोड़13 लाख 21 हजार रुपए का जुर्माना लगाते हुए 1 करोड़ 81 लाख 92 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया। बिजली चोरी के मामले में निगम विद्युत चोरी निरोधक थानों में 311 मुकदर्म दर्ज हुए। 253 मुकदमें विजिलेंस विंग ने दर्ज करवाए। 198 मुकदमों का निस्तारण किया करते हुए 44.33 लाख राशि वसूली गई। जबकि 12 मुकदमें चालान पेश किया गया। बिजली चोरी के मामले में 9 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
जिलों का हाल
निगम के तहत आने वाले जिलों में सीकर में सर्वाधिक बिजली चोरी पकड़ी गई। यहां 513 जगहों पर छापे मारे गए जिनमें 372 जगहों पर बिजली चोरी पाई गई। जबकि झुंझुनूं में 218 जगहों पर हुई चेकिंग में 195 जगहों पर बिजली चोरी मिली। उदयपुर में 192 पर हुई जांच में 122 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। राजसमंद में 153 जगहों पर छापे मारे गए इनमें से 132 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। भीलवाड़ा में 118 में से 91 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। नागौर में 100 में से 86 जगहों पर बिजली चोरी मिली। बांसवाड़ा में 72 मे से 60 जगहों पर बिजली चोरी मिली। डूंगरपुर में 40 में से 23 जगहों पर बिजली चोरी हो रही थी।
अजमेर में हर जगह पर मिली बिजली चोरी
अजमेर जिले में बिजली चोरी का आलम यह है कि जून माह में जिले में 79 जगहों पर बिजली चोरी के संदेह पर छापे मारे गए और इन सभी जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। अजमेर सिटी सर्किल में अफसर के अवकाश पर होने से बिजली चोरी नहीं पकड़ी गई जबकि चित्तौडग़ढ़ व प्रतापगढ़ में अफसर के अवकाश पर होने से बिजली चोरी नहीं पकड़ी जा सकी।
कहां कितनी एफआईआर
निगम के विद्युत चोरी निरोध थानों में 311 एफआईआर दर्ज हुई। किशनगढ़ में 19,भीलवाड़ा में 56,नागौर में 4, मकराना में 24, झुंझुनूं में 27,खेतड़ी में 12, सीकर में 33, रींगस में 34, चित्तौडग़ढ़ में 2, बड़ी सादड़ी में 5, बांसवाड़ा में 27, डूंगरपुर में 32, राजसमन्द में 7,उदयपुर में 12 तथा सलूम्बर में 16 एफआईआर बिजली चोरी के मामले में दर्ज हुई। बिजली चोरी के मामले में भीलवाड़ा में 3, झुंझुनू में 4, खेतड़ी में 1 तथा किशनगढ़ में 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।