थाने के सिपाही को रंगे हाथ पकड़ा आरोपित सिपाही ने बिचौलिए वकील के मार्फत रिश्वत की मांग की थी। आरोपित वकील को ट्रेप की कार्रवाई की भनक लगते ही वह महिला थाने के बाहर से फरार हो गया। एसीबी ने पीडि़त की शिकायत पर रिश्वत लेने के मामले में सिपाही व बिचौलिए वकील के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक(एसीबी अजमेर चौकी) चन्द्रप्रकाश शर्मा ने बताया कि महिला थाने के सिपाही सीकर बड़ा हरसावा निवासी निर्मल पुत्र सुभाषचन्द जाट को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने महिला थाने में दर्ज दहेज प्रताडऩा के मामले में आरोपित किशनगढ़ माली मोहल्ला निवासी रोहित कुमार से प्रकरण में मां ललितादेवी व बहन मोनिका का नाम हटाने की एवज में वकील मुकेश साहू के मार्फत 20 हजार रुपए की मांग की थी।
मांग ज्यादा होने पर वकील मुकेश साहू ने रोहित से मामला 15 हजार रुपए में निपटाना तय किया। दहेज प्रताडऩा के झूठे मामले में मां-बहन का नाम निकालने के बदले रिश्वत की मांग से आहत रोहित ने एसीबी अजमेर चौकी में शिकायत कर दी। एससीबी अजमेर चौकी के उप अधीक्षक मदनदानसिंह, निरीक्षक मोहम्मद इस्माइल, सिपाही शिव सिंह, कैलाशदान, युवराज व श्योपाल ने सिपाही निर्मल जाट को रंगे हाथ गिरफ्तार किया जबकि रिश्वत की रकम दिलाने आए वकील मुकेश साहू कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गया।
बिचौलिए को भी बनाया आरोपित
एसीबी ने रिश्वत लेने व डिमांड करने के मामले में बिचौलिए वकील मुकेश साहू को भी सहआरोपित बनाया है। साहू भी परिवादी रोहित के साथ महिला थाने तक गया लेकिन ज्यों ही उसे एसीबी की ट्रेक की कार्रवाई की भनक लगी वह तुरन्त रवाना हो गया। हालांकि एसीबी ने उसकी तलाश की लेकिन वह फरार होने में कामयाब रहा।
एसीबी ने रिश्वत लेने व डिमांड करने के मामले में बिचौलिए वकील मुकेश साहू को भी सहआरोपित बनाया है। साहू भी परिवादी रोहित के साथ महिला थाने तक गया लेकिन ज्यों ही उसे एसीबी की ट्रेक की कार्रवाई की भनक लगी वह तुरन्त रवाना हो गया। हालांकि एसीबी ने उसकी तलाश की लेकिन वह फरार होने में कामयाब रहा।
थाने में मचा हड़कम्प एसीबी के महिला थाने में दाखिल होते ही हड़कम्प मच गया। हालांकि एसीबी की कार्रवाई के दौरान थानाप्रभारी विद्या मीणा नदारद थी। एसीबी परिवादी रोहित कुमार के दहेज प्रताडऩा के मामले से जुड़े बाकि तत्थों की पड़ताल में जुटी है।