इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। लिहाजार वकीलों ने चेताया कि अब तक गांधीगिरी की है, लेकिन जल्द वे भगत सिंह के मार्ग पर चलेंगे। इस मौके पर भाजपा के राज्य सभा सांसद नारायण लाल पचारिया, स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी, मेयर धर्मेन्द्र गहलोत भाजपा नेता रमेश सोनी, कंवल प्रकाश किशनानी आदि को फू ल दिए गए।
दे चुके हैं अल्टीमेटम बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय त्रिपाठी, विवेक पाराशर, हरिसिंह गुर्जर, मुकेश मिश्रा, समीर शर्मा, अशरफ बुलंद, फैय्याज खान आदि शामिल थे। वकीलों ने बताया कि शहर में दिन में एक बार मात्र एक घंटे के लिए पेयजल की सप्लाई हो रही है तब सत्ता में बैठे नेताओं को लोगों के दर्द का अहसास होना चाहिए।
वकीलों ने कहा कि भीलवाड़ा से चम्बल नदी का पानी बीसलपुर बांध तक लाने की पहल होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नदियों को जोडऩे की बात कह चुके हैं। इसके बाद अजमेर जिले के लिए कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं हैं। वकील समुदाय ने आंदोलन जारी रखने की रणनीति बनाई है। प्रशासन और सरकार ने इसी तरह अजमेर से भेदभाव किया तो चुनाव में सबक सिखाया जाएगा।
समर्थन करते हुए सहयोग का भरोसा दिलाया राजस्थान इंजीनियर एकता मंच (रीम) के तत्वावधान में 4800 गे्र पे की मांग को लेकर संभाग के कनिष्ठ अभिंयताओं ने मंगलवार को गांधी जयंती पर गांधीभवन पर झाडू़ लगाई तथा महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए मौनव्रत किया। इसके बाद अभियंताओं ने जुलूस निकाला। राजस्थान काउंसिल ऑफ डिप्लोमा इंजीनियर्स के संभागीय महासचिव जितेन्द्र सिंह ने कनिष्ठ अभियंताओं की मांग का समर्थन करते हुए सहयोग का भरोसा दिलाया
ग्रेजुऐट इंजीनियरिंग एसोसिएशन के राजथान के सचिव अशोक रंगनानी से भी समर्थन किया। कनिष्ठ अभियंता बुधवार को एडीए, पीडब्ल्यूडी, जल संसाधन विभाग में पुष्प भेंट कर गांधीवादी तरीके से समर्थन मांगेगे। आन्दोलन के क्रम में कनिष्ठ अभियंता बुधवार को शहर के दोनो ही मंत्रियों को ज्ञापन सौंपेंगे। कलक्ट्रेट पर धरने में अजमेर,नागौर, भीलवाड़ा तथा टोंक के कनिष्ठ अभियंता भी शामिल होंगे।